Bones Care हड्डियों की देखभाल: एक अनुमान के मुताबिक भारत में, 10 करोड़ से अधिक लोग ऑस्टियोआर्थराइटिस और Rheumatoid गठिया जैसे मस्कुलोस्केलेटल विकारों से पीड़ित हैं, जिससे उनके जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है और उन्हें असहनीय दर्द और असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज इस खास दिन फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, (ओखला रोड, नई दिल्ली) के ऑर्थोपेडिक और जॉइंट रिप्लेसमेंट डायरेक्टर डॉ कौशल कांत मिश्रा, से जानते हैं आखिर कौन सी वो बातें हैं जो आपकी बोन हेल्थ को कमजोर बनाती हैं। साथ ही उनसे यह भी जानेंगे कि कैसे कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपनी हडि्डयों की सेहत का ख्याल रख सकते हैं।
हड्डी और जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भूलकर भी न करें ये गलतियां-
मोटापा-
जरूरत से ज्यादा मोटापा भी आपकी बोन हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में हड्डी और जोड़ों की सेहत को बनाए रखने के लिए अपना एक आदर्श वजन बनाए रखें। ध्यान रखें आपका बीएमआई (बॉडी मास इंडैक्स) अत्यधिक या बेहद कम नहीं होना चाहिए क्योंकि यह हडि्डयों के स्वास्थ्य की दृष्टि से सही नहीं होता।
नशे का सेवन-
नशीले पदार्थों का सेवन या धूम्रपान करने से भी बोन हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है। महिलाओं को प्रतिदिन एक से अधिक अल्कोहलिक डिंग का सेवन नहीं करना चाहिए। जबकि पुरुषों को हर दिन दो से अधिक अल्कोहलिक ड्रिंक नहीं लेने चाहिए।
वर्कआउट की कमी-
बिजी लाइफस्टाइल की वजह से अगर फिजिकल एक्टिविटी में कमी है तो ये आपकी हड्डी और जोड़ों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में नियमित शारीरिक व्यायाम, वज़न उठाने वाले व्यायाम, सैर, दौड़ना और सीढ़ियां चढ़ना जैसी गतिविधियों को रूटीन में शामिल करके हड्डियों को मजबूत बनाने और उनका क्षय कम करने की कोशिश की जा सकती है।
बोन हेल्थ को बनाए रखने के लिए रखें इन बातों का ध्यान-
कैल्शियम का सेवन -
पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम का सेवन करें। 19 से 50 साल की उम्र के वयस्कों और 51 से 70 साल की उम्र के पुरुषों को प्रतिदिन 1,000 मिलीग्राम कैल्शियम-रिमन्डेड डायटरी अलाउंस (RDA) के सेवन की सलाह दी जाती है। 51 वर्ष और अधिक उम्र की महिलाओं तथा 71 वर्ष और अधिक उम्र के पुरुषों के मामले में यह मात्रा बढ़ाकर 1200 मिलीग्राम प्रतिदिन करने की सलाह दी गई है। डेयरी उत्पाद, बादाम, ब्रॉकली, केल, कैन्ड सैल्मन (हडि्डयों समेत), सार्डिन्स और सॉय उत्पाद जैसे टोफू आदि कैल्शियम के अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन डी-
शरीर को कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी की आवश्यकता होती है। 19 से 70 वर्ष के वयस्कों के लिए विटामिन डी का RDA प्रतिदिन 600 इंटरनेशनल यूनिट्स हैं। यह मात्रा 71 वर्ष या अधिक उम्र के वयस्कों के मामले में बढ़कर 800 IU हो जाती है। विटामिन डी के अच्छे स्रोतों में मछली (सैल्मन), ट्राउट, व्हाइटफिश और टुना शामिल हैं। इनके अलावा, मशरूम, अंडे और फोर्टिफाइड फूड्स जैसे कि दूध और अनाज भी विटामिन डी के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। धूप से भी शरीर को विटामिन डी मिलता है।
व्यायाम-
नियमित शारीरिक व्यायाम, वजन उठाने वाले व्यायाम, सैर, दौड़ना और सीढ़ियां चढ़ना जैसी गतिविधियां हड्डियों को मजबूत बनाने और उनका क्षय कम करने में सहायक करती हैं। इसके अलावा वर्कआउट करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होने के साथ कैलरी भी तेजी से बर्न होती है और वजन नियंत्रण में रहता है।
नशे से बनाएं दूरी-
धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से हड्डियों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है। धूम्रपान Calcium के अवशोषण में बाधा डालता है, महिलाओं में एस्ट्रोजेन के स्तर को कम करता है और हड्डियों के नुकसान को तेज करता है।
वेट कंट्रोल-
जरूरत से ज्यादा कम या ज्यादा वजन आपकी बोन हेल्थ को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में अपना वेट मेंटेन रखें। अंडरवेट होने की स्थिति में व्यक्ति के लिए ओस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा हड्डियों के फ्रैक्चर होने और बोन लॉस होने की संभावना भी काफी ज्यादा होती है। ऐसे में ध्यान रखें, आपका बीएमआई ज्यादा या बहुत कम नहीं होना चाहिए।
सलाह-
फोर्टिस अस्पताल, ग्रेटर नोएडा के ऑर्थोपेडिक कंसल्टेंट डॉ. अंकुर दास कहते हैं, 'अस्वास्थ्यकर खान-पान और गतिहीन जीवन शैली युवाओं की हड्डियों और जोड़ों को नुकसान पहुंचा रही है। कैल्शियम और विटामिन जैसी महत्वपूर्ण सामग्री वाले खाद्य पदार्थ न खाने से हमारी हड्डियां कमजोर होती चली जाती हैं। ऐसे में उम्र बढ़ने पर हड्डियों के आसानी से टूटने का खतरा बढ़ता चला जाता हैं। ऑनलाइन ऑर्डर करने और चीनी और अस्वास्थ्यकर वसा वाले बहुत अधिक जंक फूड का सेवन हमारे जोड़ों में सूजन, दर्द और अकड़न का कारण बनता है। हड्डियों और जोड़ों को मजबूत और सेहतमंद बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन खाएं, खेलें, दौड़ें और मनोरंजक शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहें'।