लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में जहर का काम करती हैं ये गलतियां, टूट भी सकता हैं मजबूत रिश्ता
टूट भी सकता हैं मजबूत रिश्ता
ऑफिस में काम करने के दौरान वहां के माहौल का आपके काम पर बहुत प्रभाव पड़ता हैं। ऐसे में सभी चाहते हैं कि ऑफिस का माहौल अच्छा बना रहे और कलीग्स अर्थात सहकर्मियों के साथ रिश्ते और भी बेहतर बने। ऑफिस के कलीग्स से मजबूत रिश्ते बनाने के कई फायदे होते हैं। इससे ना सिर्फ आपका वर्कलोड कम हो जाता है, बल्कि मुश्किल टास्क से डील करना भी आसान लगने लगता है। जो लोग अपने कलीग्स के साथ ज्यादा कनेक्ट नहीं कर पाते हैं, वे काफी स्ट्रेस में भी रहते हैं और उतने प्रोडक्टिव तरीके से काम नहीं कर पाते हैं। अगर आप भी अपने ऑफ़िस में कलीग्स के साथ गुड रिलेशन बनाना चाहते हैं, तो आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं जो आपके बहुत काम आएंगे। आइये जानते हैं इनके बारे में...
स्माइल के साथ करें रिप्लाई
अगर आपका कलीग आपसे कुछ पूछता हैं तो कभी भी ग़ुस्से की नजरों से उन्हें ना देखें। अगर आपके पास काम ज़्यादा है तब भी उनसे प्यार से बात करें। ऐसा करने से वह आपको जल्दी समझेंगे। ऐसा करने से लोग आपकी तरफ जल्दी आकर्षित होने लगते हैं। शुरुआती दिनों में लोग आपके व्यवहार से ही आपको परखते है।
कलीग्स की बात सुनें
ऑफिस में कुछ लोग कलीग्स की बातों को नजरअंदाज कर देते हैं, जिसके चलते कलीग्स भी आपसे कटा हुआ महसूस करने लगते हैं। अपने को-वर्कर की बातों को ध्यान से सुनने की कोशिश करें। ऐसे में अगर आप कलीग्स की बात को महत्व देंगे। तो वो आसानी से आपके नजदीक आने लगेंगे।
गॉसिप न करें
अपने कलीग्स के साथ गॉसिप करने से बचें। अपने बॉस या किसी अन्य कलीग की बुराई न करें। इससे आपके कलीग्स पहले आपके पास तो आते हैं लेकिन फिर जल्द ही दूरी बना लेते हैं। इसके लिए इस तरह की नेगेटिव बात करने से बचें। किसी की पीठ पीछे बुराई न करें। ऐसा करने पर आपके कलीग्स आपसे दूरी बना लेते हैं।
मतभेद होने पर संयम बनाए रखें
ऑफिस में अलग अलग विचारधारा के लोग होते हैं। सबकी अपनी पसंद या सोचने समझने का तरीका होता है। हो सकता है कि आपका उनसे वैचारिक मतभेद हो जाए। ऐसे में उनके विचारों को भी इज्जत दें, न कि मजाक बनाएं। किसी भी तरह के मतभेद को अवॉयड करें। मतभेद की स्थिति में भी संयम बनाए रखें।
लंच साथ में करें
यह ऐसा समय होता है जब आप ऑफिस की बातें छोड़कर एक दूसरे की बातें कर सकते हैं। खासकर शुरुआती दिनों में आपको लंच अपने कलीग्स के साथ ही करना चाहिए। यह आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इससे आपकी दोस्ती भी काफ़ी जल्दी हो जाएगी।
शो ऑफ करने से बचें
कई बार को-वर्कर को इंप्रेस करने के लिए लोग हद से ज्यादा शो ऑफ करने लगते हैं। ऐसे में कलीग्स आपको महत्व नहीं देते हैं। इसलिए कलीग्स के सामने फेक बनने की बजाए रियल रहने की कोशिश करें। इससे को-वर्कर से आपका रिश्ता हमेशा के लिए मजबूत बनेगा।
टी-ब्रेक पर जाएं
कलीग्स के साथ स्ट्रॉन्ग बॉन्डिंग बनाने के लिए आप उनके साथ चाय या कॉफी पीने जा सकते हैं। हालांकि, हमेशा ऐसा करने से बचें, मगर कलीग्स के फोर्स करने पर आप एक या दो बार उनके साथ टी-ब्रेक और कॉफी डेट एन्जॉय कर सकते हैं।
उन्हें रिस्पेक्ट दें
हर व्यक्ति की अपनी अलग राय होती है। अगर आपके कलीग किसी चीज पर अपना अलग मत देते हैं तो उसका भी सम्मान करें। सामने वाले को सामन रूप से रिस्पेक्ट देना भी बहुत जरूरी है। इससे आपके कलीग की नजरों में आपकी इज्जत बढ़ती है। वे आपसे बात करना पसंद करते हैं। इसके लिए बेशक से सामने वाले के विचार आपसे अलग ही क्यों न हो उसकी रिस्पेक्ट करेंलॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप आज के समय का प्रमुख हिस्सा बन चुका हैं क्योंकि कई लोग अपने करियर और जॉब के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं और पीछे पार्टनर को छोड़कर जाना मजबूरी बन जाता हैं। ऐसे में दूर रहते हुए रिश्ते को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं हैं। ऐसा माना जाता है कि लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप ज्यादा समय तक टिकते नहीं हैं। इसका कारण बनती हैं आपकी कुछ गलतियां। जी हां, लोग अपनी लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जो जहर का काम करती हैं और रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच जाता हैं। आज इस कड़ी में हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं। इन गलतियों से बचकर रिश्तों को संभालना आसान हो जाता है। आइये जानते हैं इन गलतियों के बारे में...
शक करने से बचें
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में शक को कभी भी दीवार न बनने दें। शक एक ऐसी लाइलाज बीमारी है जो किसी भी रिश्ते को दीमक की तरह चाट जाता है। इसलिए अगर कभी शक जैसी बात हो तो तुरंत ही शांत भाव से बात करें और चीजों को क्लीयर कर लें।
पुरानी बातों का न करें ज़िक्र
जब आप किसी के पास होते हैं तो आप हर बात को मिलकर, साथ बैठकर हल कर लेते हैं लेकिन लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में ये मुमकिन नहीं हो पाता है ऐसे में अगर आप अपने पार्टनर की किसी पुरानी बात को या उसके पास्ट को बीच में घसीटेंगे तो इससे न सिर्फ आपके रिश्ते की डोर कच्ची होगी बल्कि आप इसे आसानी से सुलझा भी नहीं पाएंगे। आपका पार्टनर भी आपके इस बिहेवियर से नाराज़ हो सकता है। ऐसे में आपको ये समझने की ज़रूरत है कि जो है वो प्रेज़ेन्ट है, पास्ट की बात बीच में लाने से सिर्फ और सिर्फ चीज़े बिगड़ती हैं।
पार्टनर के लिए समय ना निकालना
किसी भी रिश्ते में बातचीत करते रहना महत्वपूर्ण है, लेकिन लंबी दूरी के रिश्ते में यह विशेष रूप से जरूरी हो जाता है। सुनिश्चित करें कि आप एक दूसरे से बात करने के लिए नियमित समय निर्धारित करें और अपनी भावनाओं के बारे में खुले और ईमानदार रहें। जब आप लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में हों तो अपनी ही ज़िंदगी में उलझ जाना आसान हो सकता है, लेकिन अपने पार्टनर के लिए समय निकालना जरूरी है। नियमित मिलने का प्लान बनाएं, तिथि रातें निर्धारित करें, और जुड़े रहने के अन्य तरीके खोजें।
स्पेस देना जरूरी
जितना जरूरी पार्टनर के लिए वक्त निकालना है, उतना ही जरूरी उन्हें स्पेस देना भी है। पार्टनर पर विश्वास करें। कई बार लोग अपने पार्टनर की कलीग्स या दोस्त को लेकर शक करने लगते हैं। उनसे कई तरह के सवाल करने लगते हैं और जिससे आपका साथी इरिटेट हो सकता है या रिश्ते में बंदिशे महसूस कर सकता है। आप चाहते हैं कि आपका साथी सिर्फ और सिर्फ आपको ही समय दे। ऐसे में आपको ये समझना ज़रूरी है कि अगर आप अपने साथी को स्पेस नहीं देंगे तो आपके रिश्ते में दरार आ सकती है।
झगड़ा करना
जाहिर सी बात है झगड़ा करने पर नाराजगी होगी, लेकिन इस रिश्ते में झगड़ा करना काफी भारी पड़ जाता है। दरअसल, पार्टनर को समझाने के लिए आप उसके आसपास नहीं होते और ये लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप की सबसे बड़ी नेगेटिविटी होती है। अक्सर लोग किन्हीं कारणों से पार्टनर के साथ झगड़ा होने पर उसे इग्नोर करने की भूल कर देते हैं और ये वजह भी रिश्ते में खटास का कारण बन जाती है। कभी-कभी इस कारण रिश्ता खत्म होने की कगार पर भी आ जाता है।
बातें छिपाना
लॉन्ग डिस्टेंस रिलेशनशिप में सबसे जरूरी है एक-दूजे के प्रति अटल विश्वास। इस रिलेशनशिप में कईयों के पार्टनर सात-समंदर पार भी होते हैं। उनमें विश्वास बनाए रखने के लिए जरूरी हैं कि आप उनसे छोटी से छोटी बातों को साझा करें। इस दौरान आपकी बातों में स्पष्टता होनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने के दो फायदे होंगे, पहला कि रिश्ते में विश्वास कायम होगा और दूसरा दिल का बोझ भी हल्का हो जाएगा।