अमूमन हम शहरों का भ्रमण उनकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासतों के मद्देनज़र करते हैं. कभी शहरों की पाककला को परखने का विचार आया है. हम जिन चार शहरों की बात करने जा रहे हैं, वे अपनी फ़ूड विरासत के लिए जाने जाते हैं.
फ़ूड विरासत में भी मीठे पकवान ख़ास हैं. फिर चाहे वह लखनऊ के चहल-पहल भरे रास्तों की क्रीमी माखन मलाई हो या मैंगलोर के ताज़े बन्स. चलिए उन चार शहरों की यात्रा पर चलते हैं, जो मिठाइयों की राजधानी कहे जा सकते हैं.
कोलकाता, पश्चिम बंगाल
कोलकाता को निर्विवाद रूप से भारत के सबसे मीठे शहर की उपाधि दी जा सकती है. शहर के हर गली-नुक्कड़ पर जी ललचानेवाली मिठाइयों की दुकानें सजी रहती हैं. शहर की पारंपरिक मिठाइयों का बेहतरीन स्वाद लेने के लिए आप बालाराम मलिक और राधारमन मलिक की दुकानों पर जा सकते हैं. वहां आप नोलेन गुर पायेश, जो कि ताड़ के गुड़ से बननेवाली बंगाली खीर है, का स्वाद ले सकते हैं. नारियल और सूखे मेवों से बने पतिशाप्ता को भला कैसे मिस कर सकते हैं. अगर आप बंगाली सोन्देश का सबसे बढ़िया स्वाद चाहते हैं तो आपको भीम चंद्र नाग की दुकान ज़रूर जाना चाहिए. पारंपरिक रसगुल्ला का अनूठा स्वाद आपको केसी दास के यहां चखने मिलेगा. ताज़े छेने से बने रसगुल्ला यहां की ख़ासियत हैं.
लखनऊ, उत्तर प्रदेश
नवाबों का यह पुराना शहर अपनी पाककला के लिए सदियों से भोजन के चटोरों को आकर्षित करता रहा है. दुनियाभर के चटोरे लखनऊ का ज़ायका चखने ज़रूर आते हैं. यहां कबाब और बिरयानी के अलावा भी बहुत कुछ है. ख़ासकर सर्दियों की मिठाइयों का तो क्या कहना. काले गाजर का हलवा लखनऊ से बढ़िया भला कहां मिल सकता है. शहर की सबसे पुरानी मिठाइयों की दुकान में से एक छप्पन भोग स्वीट शॉप की मक्खन मलाई का स्वाद लाजवाब होता है. ज़रूरी नहीं है कि लखनऊ में मिठाइयों का आनंद लेने के लिए सिर्फ़ सर्दियों में ही जाया जा सकता है. लखनऊ की रेवड़ी, शाही टुकड़ा, तिकोने शेप की मलाई की गिलोरी कुछ बेहद अनूठी मिठाइयां हर सीज़न में मिलती हैं.
मैंगलोर की कोई भी यात्रा यहां की मशहूर आइसक्रीम शॉप पब्बास जाए बिना पूरी नहीं कही जा सकती. यहां आइसक्रीम के कई अनूठे फ़्लेवर्स मिलते हैं, जो और कहीं नहीं मिलते. यहां की गड़बड़ संडे का स्वाद लिए बिना बाहर न निकलें. अगर आप कुछ पारंपरिक मिष्ठान की तलाश में हैं तो आपको ओशिएनिक पार्क होटल के सागर रत्ना की सुनोली (मीठा पैन केक) ज़रूर ट्राय करना चाहिए. न्यू ताज महल कैफ़े में आप मैंगलोर के फ़ेमस बन का स्वाद चख सकते हैं. कर्नाटक का एक और यूनीक स्वाद जो मैंगलोर में आप चख सकते हैं, वह है चिरोटी जो कि फ्राय की हुई फ़्लैकी पेस्ट्री है. ख़ास मौक़ों पर राज्य के लोग इसे सर्व करते हैं.
अमृतसर को भोजन प्रेमियों का मक्का कहा जाता है. यहां के जूसी तंदूरी टिक्का और घी में डूबे हुए परांठे को खाने दूर-दूर से लोग आते हैं. पर मीठे के शौक़ीनों के लिए भी अमृतसर किसी जन्नत से कम नहीं है. अमृतसर में मिठाइयों की एक पुरानी और फ़ेमस दुकान है कान्हा स्वीट्स. यहां वैसे तो लोग करारी पूरी और चटपटी आलू सब्ज़ी के लिए आते हैं पर यहां के बेसन लड्डू और पिन्नी भी लज़ीज़ हैं.
अमृतसर की गलियों और सड़कों पर स्वादिष्ट फिरनी और गरम जलेबी हर कहीं मिल जाएंगी. इस पवित्र शहर में जाने के बाद अगर आपने मलाईदार लस्सी का स्वाद नहीं चखा तो कुछ नहीं चखा. चम्मच से लस्सी का ज़ायका लेने का अपना अलग ही मज़ा है. आहुजा मिल्क भंडार में उपलब्ध मैंगो और केसर लस्सी की बात ही अलग है. अमृतसर की ख़ास पहचान में एक है फ्रूट क्रीम और कुल्फ़ा. कुल्फ़ा बेसिकली कुल्फ़ी फालूदा है, जिसमें फिरनी की टॉपिंग की जाती है. गोंद और गुलाबजल से उसका स्वाद अलग बन जाता है. और इसमें रबड़ी भी डाली जाती है. अमृतसर के अलावा देश में कहीं भी आपको कुल्फ़ा खाने नहीं मिलेगा.