हर कोई चाहता हैं कि वे पेरेंट्स बने जो कि इस दुनिया के सुखद अहसास में से एक हैं। लेकिन देखा जा रहा हैं कि इस बदलती लाइफस्टाइल में कई कारणों की वजह से, महिला हो या पुरुष दोनों को फर्टिलिटी की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं और इसकी वजह से वे मां-बाप बनने का सुख नहीं प्राप्त कर पा रहे हैं। इन कारणों में से एक हैं आपका खानपान। लोगों का झुकाव घर के खाने की अपेक्षा बाहर के खाने की ओर हो गया है। जी हां, आजकल खानपान में ऐसी चीजों को शामिल किया जाने लगा हैं जो फर्टिलिटी, स्पर्म काउंट और सेक्सुअल हेल्थ को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आज हम आपको ऐसे ही आहार के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे दूरी बनाने में ही आपकी भलाई हैं।
प्रोसेस्ड मीट
ऐसे मीट या मीट प्रोडक्ट जिनका टेस्ट और लाइफ बढ़ाने के लिए उनमें कई तरीके से प्रिजर्वेटिव्स, नमक और अन्य केमिकल मिलाए जाते हैं, उन्हें प्रोसेस्ड मीट कहते हैं। कुछ समय पहले हुई स्टडीज के मुताबिक, प्रोसेस्ड मीट के सेवन से कई बीमारियां जन्म लेती हैं और वहीं यह भी बताया था कि प्रोसेस्ड मीट के अधिक सेवन से स्पर्म काउंट में कमी आने लगती है। लेकिन इसी स्टडी ने चिकन और स्पर्म काउंट से कोई नुकसान नहीं बताया था। इसका मतलब साफ है कि मीट प्रोसेस किया हुआ नहीं होना चाहिए।
कैफीन
कैफीन शरीर के लिए बहुत हानिकारक होती है। अगर आप मां बनने के बारे में सोच रही है, तो आपको चाय-कॉफी और कोल्ड ड्रिंक्स को पीने से बचना चाहिए। इनके सेवन से महिला का एस्ट्रोजन लेवल बढ़ जाता है और पीरियड्स साइकल भी गड़बड़ होती है। अगर आपको चाय या कॉफी पीने का ज्यादा मन है, तो दिनभर में एक कप से ज्यादा न लें।
सोया प्रोडक्ट
ऑक्सफोर्ड जर्नल में पब्लिश हुई स्टडी बताती है कि सोया प्रोडक्ट के अधिक सेवन से पुरुषों में कई साइड इफेक्ट देखे जाते हैं। स्टडी में पाया गया था, अगर कोई 3 महीने तक रोजाना सोया प्रोडक्ट का सेवन करता है, तो उसके स्पर्म काउंट में 41 मिलियन प्रति/मिली की कमी आ जाती है। रिसर्चर्स ने यह भी पाया कि सोया प्रोडक्ट के अधिक सेवन से पुरुषों में एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके कारण उनके शरीर में कई बदलाव आ सकते हैं।
अल्कोहल
अल्कोहल शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होता है। अल्कोहल पीने से महिला की फर्टिलिटी पर बहुत असर पड़ता है। अल्कोहल महिला के हार्मोंस में असंतुलन भी पैदा करता है। जिससे फर्टिलिटी प्रभावित होती है। महिला अगर अल्कोहल का सेवन करती है, तो उसके पीरियड्स साइकल में भी बदलाव होता है।