कब्ज की समस्या को बढ़ाने का काम करते हैं ये आहार, इनसे दूरी बनाने में ही आपकी भलाई
इनसे दूरी बनाने में ही आपकी भलाई
आजकल की अव्यवस्थित जीवनशैली में लोगों को पेट से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं जिसमें से एक हैं कब्ज की समस्या। कब्ज में भोजन का पाचन ठीक तरह से नहीं हो पाता है। इस समस्या में मल त्याग करना बहुत ही कठिन हो जाता है, क्योंकि मल आंतों पर चिपक जाता है, जिसकी वजह से मल बाहर नहीं निकल पाता है। कभी-कभी यह समस्या गंभीर भी हो सकती है, जिसके घातक परिणाम भी सामने आ सकते हैं। ऐसे में समझदारी हैं कि आप अपना आहार व्यवस्थित करें और ऐसी चीजों को अपने आहार में शामिल ना करें जो कब्ज की समस्या को बढ़ाने का काम करें। तो आइये जानते हैं कब्ज के दौरान किन आहार से परहेज करना चाहिए।
कॉफी
कॉफी पीने पर डिहाइड्रेशन की दिक्कत हो सकती है, जिससे कब्ज की समस्या पहले से ज्यादा हो सकती है। ऐसे में अगर आपको कब्ज की समस्या है तो आपको डायट में इन चीजों को शामिल नहीं करना चाहिए।
ऑयली फूड
कब्ज के मरीज को ऑयली फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि डीप फ्राइड फूड सैचुरेटेड फैट से भरा होता है। इस तरह का भोजन हमारा शरीर पचा नहीं पाता है जिसकी वजह से पेट संबंधी बीमारी जैसे कब्ज, अपच और दिल की बीमारी हो सकती है। कब्ज से राहत पाने के लिए ऑयली फूड से परहेज करना चाहिए।
डेयरी उत्पादों के सेवन से कई लोग कब्ज से पीड़ित होते हैं। यह डेयरी उत्पादों में मौजूद लैक्टोज के प्रभाव के कारण होता है। कुछ डेयरी उत्पादों में वसा की मात्रा ज्यादा होने से कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। कब्ज के दौरान डेयरी उत्पादों से बचना चाहिए।
लाल मांस
लाल मांस अपने आप में कब्ज की समस्या को बढ़ावा नहीं देता है। यह नुकसानदायक तब होता है, जब आप इसे रोजाना खाते हैं और यह आपके आहार में फाइबर की जगह लेने लगता है। इसके अलावा जब आप बहुत अधिक मात्रा में लाल मांस खाते हैं, तो हमेशा आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है। अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे उबला आलू और सलाद को अपने डाइट में शामिल करें। इससे आपको कब्ज की समस्या से राहत मिलेगी।
कार्बोनेटेड ड्रिंक्स
सोडा और फ़िज़ी पेय जैसे कार्बोनेटेड पेय पदार्थ सूजन और गैस पैदा कर सकते हैं, जिससे कब्ज हो सकता है। इसके अतिरिक्त, इन पेय में अक्सर उच्च मात्रा में चीनी या कृत्रिम मिठास होती है, जो नियमित मल त्याग को बाधित कर सकती है। पानी से हाइड्रेटेड रहना सबसे अच्छा विकल्प है।
चावल
चावल बहुत आसानी से पचता नहीं है। सफेद चावल की खपत बाउल मूवमेंट को परेशान करती है क्योंकि सफेद चावल में भूरे रंग के चावल की तुलना में ज्यादा फाइबर होता है। कब्ज के दौरान, सफेद चावल के सेवन से बचना चाहिए।
पैक्ड जूस
आजकल घरों में पैक्ड जूस का अधिक सेवन किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं यह जूस सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है। इन जूस में पौष्टिक गुण नहीं होते है। क्योंकि इसे बनाते समय फलों के जूस को काफी उबाला जाता है जिसकी वजह से जरूरी विटामिन और पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इसके अलावा पैक्ड जूस में आर्टिफिशियल कलर का उपयोग किया जाता है। ऐसे में इसका सेवन करने से कब्ज की समस्या काफी बढ़ जाती है।
शराब
शराब पीने से कब्ज की समस्या होती है। अधिक मात्रा में शराब के सेवन करने से पेशाब के रूप में बहुत ज्यादा पानी शरीर से बाहर निकल जाता है, जिससे आपके शरीर में पानी की कमी होती है। इसलिए अधकि शराब नहीं पीना चाहिए। आपके शरीर में पानी की कमी तब होती है, जब आप कम पानी पीते हैं या पेशाब के रूप में अधिक पानी बाहर निकाल देते हैं। पानी की कमी होने से कब्ज की समस्या होती है। हालांकि अभी तक ऐसा कोई तथ्य हासिल नहीं हुआ है, जिसके आधार पर कहा जा सके कि शराब सीधे तौर पर कब्ज की समस्या से जुड़ा है।
चिप्स
स्नैक्स जैसे आलू के चिप्स और अन्य प्रकार के चिप्स कब्ज की समस्या में बहुत ज्यादा नुकसानदायक होते हैं। इसलिए इन खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थ, जैसे आलू चिप्स और अन्य मल त्याग में बाधा उत्पन्न करते हैं। इसलिए अधिक फैट वाले स्नैक्स की जगह अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए।
कुकीज
कुकीज परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट के स्रोत हैं। इनमें फाइबर की कम मात्रा और वसा की उच्च मात्रा होती है। कब्ज के दौरान, कुकीज का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि यह कब्ज की समस्या को बढ़ा देता है।