मटन
इस त्यौहार में बननेवाली कई डिशेस जैसे कि रोग़न जोश और बिरयानी केवल स्वादिष्ट ही नहीं होते हैं, बल्कि ज़िंक, मिनरल्स से समृद्ध होते हैं. इसमें मौजूद प्रोटीन इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ ही शरीर में वाइट ब्लड सेल्स क्रिया को बढ़ाने में भी मदद करता है. यदि आप कोलेस्टेरॉल की वज़ह से रेड मीट नहीं खाते हैं, तो लीन मीट खा सकते हैं और इसके लिए स्किनलेस मुर्गी का मांस एक अच्छा विकल्प है, जो एक बराबर स्वाद भले ही ना दे, लेकिन फ़ायदा एक समान मिलता है.
पुदीना
शानदार कबाब बनाना हो या फिर किसी डिश को चटपटा, पुदीने की चटनी एक बेहतरीन ऑप्शन है. यह इम्यूनिटी बढ़ानेवाला सुपरफ़ूड है, जिसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स और फ़ाइटोन्यूट्रिएंट्स की भरपूर मात्रा होती है, इसलिए इसे ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस कम करने के लिए आदर्श माना जाता है. इसमें ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होता है और विटामिन ए की भी इसमें अच्छी मात्रा होती है. पुदीना पेट और पाचन क्रिया से संबंधित लगभग सभी परेशानियों को कम करने के लिए बेहतरीन होता है-जैसे आंतों को साफ़ करने, एसिडिटी से बचाने, पाचन में सुधार लाने और गर्मी के महीने में शरीर को ठंडा रखने का काम करता है.
केसर
केसर दुनिया का सबसे महंगा मसाला है, जिसकी क़ीमत डेढ़ लाख रुपए प्रति किलोग्राम या उससे भी ज़्यादा होती है. स्वाद और ख़ुशबू के लिए मशहूर केसर के सेहत से जुड़े कई फ़ायदे हैं और इसका इस्तेमाल अक्सर कई डिशेस जैसे बिरयानी और डिज़र्ट्स में खुले हाथों से किया जाता है. इसमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स तत्वों के अलावा प्रोटीन, पोटैशियम, आयरन, विटामिन ए और सी, फ़ाइबर और मैंगनीज़ भी पाए जाते हैं. इस लिहाज़ से केसर अपने आप में एक परफ़ेक्ट खाद्य पदार्थ है, जिसे डायट में शामिल किया जाना चाहिए. केसर में क्रोसिन, क्रोसेटिन और सैफ्रैनाल सहित कई शक्तिशाली ऐंटी-ऑक्सिटेंड्स मौजूद होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए फ़ायदेमंद हैं. इसमें पहले दो ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स, हमारे मूड को अच्छा करने के साथ ही डिप्रेशन और एंग्ज़ायटी को दूर रखने में भी मदद करते हैं. नियमित रूप से केसर का सेवन ब्रेन सेल्स को कमज़ोर होने से रोकने और याद्दाश्त को बढ़ाने का काम करता है. केसर, सर्दी-जुक़ाम को कम करने और प्री मेन्स्ट्रुएल सिंड्रोम के लक्षणों में मदद करता है. केसर में मौजूद क्रोसिन कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकते हैं. केसर प्रोस्टेट कैंसर, स्किन कैंसर व पैंक्रिएटिक कैंसर को रोकने में मदद करता है.
खजूर
ईद पर बनाए जानेवाले पारंपरिक डिज़र्ट शीर खुरमा में खजूर एक प्रमुख सामग्री के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. खजूर उन सूखे मेवों में शामिल है, जिनमें विटामिन सी प्रमुख रूप से पाया जाता है. यह विटामिन बी के सभी प्रकार को अपने में समेटे हुए है और पाचन क्रिया को ठीक करने में भी मदद करता है. हालांकि इसमें नैचुरल शुगर होती है इसलिए यह नैचुरल रूप से मिठास होती है. इसके अलावा यह रिज़र्व एनर्ज़ी का अच्छा ऑप्शन है.
प्याज़
प्याज़ से बना रायता, आपकी बिरयानी के लिए एक बढ़िया मेल होने के साथ ही अधिक इम्यूनिट बढ़ानेवाली सब्ज़ियों में से एक माना जाता है. इसमें विटामिन बी की मात्रा भी भरपूर होती है, जो इम्यूनिटी और कोलेजन बूस्टिंग के लिए ज़रूरी है. विटामिन बी और पोटैशियम शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. प्याज़ में कई तरह के ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स भी पाए जाते हैं, जो फ्री रेडिकल्स से लड़कर अच्छे सेल्स को सेहतमंद बनाने का काम करते हैं. इसमें पाया जानेवाला क्वेरसेटिन ऐंटी-ऑक्सिडेंट है, जो कार्डियोवैस्क्युलर हेल्थ के साथ हार्ट और ब्लड हेल्थ के लिए फ़ायदेमंद है. यह ऐंटी-बैक्टीरियल एजेंट के रूप में भी काम करने के साथ कोलेस्टेरॉल और ब्लड शुगर को संतुलित बनाए रखने और पीसीओएस को कम करने और हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने में भी मदद करता है.
मिश्रित मसाले
भारत में ईद खानपान का पर्यायवाची है और इस दिन बनने वाली कढ़ी और बिरयानी में भारतीय मसालों का गुण डालना आवश्यक होता है. इसमें हल्दी (जिसमें कर्क्यूमिन पाया जाता है, जो दिल के स्वास्थ्य से लेकर कैंसर की रोकथाम तक के लाभदायक होता है), धनिया (ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है, संक्रमण से लड़ने और आपकी त्वचा की रक्षा करने के लिए जाना जाता है), अदरक (खांसी और जुकाम के लिए बेहतरीन) और जीरा (जो पाचन के साथ मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाने का काम करता है) जैसे इम्यूनिटी बूस्टर्स का इस्तेमाल आवश्यक होता है.