वाराणसी में स्थित हैं ये बौद्ध मंदिर, आप भी देखें जरूर

Update: 2023-10-01 16:01 GMT
वाराणसी को भारत की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में जाना जाता है। जब आप यहां पर हैं, तो ध्यान से लेकर आध्यात्मिकता और योग के जरिए खुद को गहराई से जान सकते हैं। इतना ही नहीं, इस शहर में अलग-अलग धर्मों के पूजा स्थल भी स्थित हैं। यहां पर आने वाला हर यात्री पूरी तरह सेे आध्यात्मिकता में डूब जाता है
जब बात वाराणसी घूमने की होती है तो इस शहर के मंदिरों, गंगा आरती, घाटों, स्ट्रीट फूड और सारनाथ के बौद्ध स्तूप आकर्षण का मुख्य स्त्रोत है। इस शहर में बौद्ध धर्म का भी एक अलग इतिहास है। मुख्य वाराणसी से 10 किमी दूर सारनाथ का बौद्ध एक बेहद ही पवित्र स्थान है, जो आपको एकांत और शांति का अनुभव करवाता है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको वाराणसी में स्थित कुछ बौद्ध मंदिरों के बारे में बता रहे हैं, जिनके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए-
धमेक स्तूप 
अगर आप वाराणसी जा रहे हैं तो आपको धमेक स्तूप अवश्य देखना चाहिए। यह वाराणसी के सबसे प्रमुख बौद्ध स्थलों में से एक है। ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त करने के बाद अपना पहला उपदेश दिया था। यह स्तूप वाराणसी के सारनाथ में स्थित है। इसे दुनिया भर के बौद्धों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल माना जाता है।
सारनाथ बौद्ध मंदिर 
सारनाथ बौद्ध मंदिर वाराणसी (वाराणसी मंदिर) में स्थित एक बेहद ही महत्वपूर्ण बौद्ध मंदिर है। जो लोग भी बौद्ध अनुयायी हैं, वे सारनाथ बौद्ध मंदिर के दर्शन अवश्य करते हैं। ऐसा माना जाता है कि यहीं पर राजा कोंडन्ना को ज्ञान प्राप्त हुआ और वे बुद्ध के अनुयायी बन गये और उन्होंने बौद्ध संघ की स्थापना की। यह मंदिर धमेक स्तूप के बेहद करीब स्थित है।
कोरियाई मंदिर 
वाराणसी के सारनाथ में कोरियाई मंदिर भगवान बुद्ध का निवास स्थान है। यह गुलाबी मंदिर से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसे सारनाथ में सबसे पुराने मठों में से एक माना जाता है। साथ ही, यह भारत-कोरियाई मैत्री स्तंभ का एक उदाहरण भी है।
Tags:    

Similar News

-->