याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में मदद करेगी ये आयुर्वेदिक तरीके
भूलने की बीमारी एक ऐसी समस्या है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | भूलने की बीमारी एक ऐसी समस्या है जो काफी परेशान करने वाली हो सकती है. बुर्गों में ये समस्या अधिकतर होती है. कॉम्पटीशन के इस दौर में तनाव इतना बढ़ गया है कि युवा भी इससे प्रभावित हो सकते हैं. इसी वजह बहुत सी छोटी छोटी बातों को भूल जाते हैं. मानसिक रूप से स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. भूलने का मुख्य कारण एकाग्रता की कमी हो सकता है. इसके लिए आप कुछ घरेलू उपाय और नुस्खे अपना सकते हैं.
ब्राह्मी एक प्राचीन जड़ी बूटी है. ये औषधीय गुणों से भरपूर है. इसका इस्तेमाल औषधियों में हजारों सालों से किया जा रहा है. ब्राह्मी मस्तिष्क के कार्य को बढ़ावा देने का काम करती है. इससे तनाव और चिंता से राहत मिलती है. ये मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करती है. इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. ब्राह्मी का सेवन करने से याददाश्त, दिमाग और एकाग्रता बढ़ती है. याददाश्त से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में ये मदद करता है. ब्राह्मी के पाउडर का सेवन दूध और पानी में मिलाकर किया जा सकता है. ये दिमाग तेज करने में सहायक है.
शंखपुष्पी आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक मूल्यवान जड़ी बूटी है. इसका इस्तेमाल मन को शांत करने के लिए और याददाश्त बढ़ाने के लिए किया जाता है. ये तनाव और चिंता को कम करने का काम करती है. इसके लिए आप नियमित रूप से गुनगुने पानी में ½ चम्मच शंखपुष्पी मिलाकर सेवन कर सकते हैं.
अश्वगंधा एक प्राचीन और एक पारंपरिक औषधीय जड़ी बूटी है. सालों से इसका इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जा रहा है. ये शारीरिक बीमारियों को दूर करने के साथ मेंटल हेल्थ को भी सही रखता है. अश्वगंधा मानसिक और शारीरिक तनाव दोनों को कम करने के काम करता है. अश्वगंधा मस्तिष्क में ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के लिए जाना जाता है. ये न केवल याददाश्त क्षमता को बढ़ाता है बल्कि मस्तिष्क रोगों के जोखिम को भी कम करने का काम करता है. इसका सेवन आप दूध,पानी, शहद या फिर घी में मिलाकर कर सकते हैं.
तुलसी को अन्य जड़ी बूटियों में सबसे श्रेष्ठ माना जाता है. आयुर्वेद में तुलसी स्वास्थ्य लाभों के लिए जानी जाती है. ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद है. इसमें एंटीबायोटिक, एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-कार्सिनोजेनिक जैसे गुण होते हैं. ये कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने का काम करती है. ये याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने का भी काम करती है. इसके लिए आप 5 से 10 तुलसी के पत्ते, 5 बादाम, 5 कालीमिर्च और शहद मिलाकर सेवन कर सकते हैं. ये स्मरण शक्ति बढ़ाने में मदद करती है.
मेडिटेशन – नियमित रूप से ध्यान करना आपको मानसिक रूप से स्वस्थ रखता है. मेडिटेशन मन को शांत करने के लिए जाना जाता है. मेडिटेशन तनाव कम करता है. ये एकाग्रता विकसित करने के लिए भी किया जाता है.