जनता से रिश्ता वेबडेस्क। डायबिटीज़ को कंट्रोल में रखने के लिए आपकी डाइट अहम रोल अदा करती है। यहां तक कि डायबिटीज़ को मैनेज और इसके इलाज में डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव बेहद ज़रूरी होता है। इसकी वजह यह है कि आप जो भी खाना खाते हैं, उसका सीधा असर आपके ब्लड शुगर के स्तर पर पड़ता है। उदाहरण के तौर पर हाई कार्ब फूड या हाई शुगर आपके ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकते हैं।
डायबिटीज़ के रोगियों में इंसुलिन की अक्षमता के कारण ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा हुआ होता है। इंसुलिन एक हार्मोन है जिसे पैनक्रियाज़ ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए रिलीज़ करते हैं।
जानें 7 ऐसे फूड्स के बारे में जो प्राकृतिक तरीके से ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करते हैं।
आंवला
आंवला एक भारतीय फल है और उच्च रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने के लिए एक पारंपरिक उपाय भी। इसमें क्रोमियम नामक एक प्रकार का खनिज भी होता है, जो कार्बोहाइड्रेट चयापचय को नियंत्रित करता है और आपके शरीर को इंसुलिन के प्रति अधिक प्रतिक्रियाशील बनाने में मदद करता है।
जौ
जौ में पाए जाने वाले आहार फाइबर का एक विशेष मिश्रण खाने से आपकी भूख और साथ ही उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। ओट्स, ब्राउन राइस या बाजरा और ज्वार और रागी जैसे साबुत अनाज में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जो शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
करेला
करेले में पॉलीपेप्टाइड-पी या पी-इंसुलिन नामक एक इंसुलिन जैसा यौगिक होता है, जो नैचुरल तरीके से डायबिटीज़ को नियंत्रित करने में मदद करता है। जर्नल ऑफ केमिस्ट्री एंड बायोलॉजी में जारी एक रिपोर्ट इस बात का सबूत देती है कि करेले के सेवन से ग्लूकोज की मात्रा बढ़ती है और ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है।
मेथी के बीज
एक चम्मच मेथी दाना, हल्दी पाउडर और आंवला पाउडर बराबर मात्रा में गर्म पानी के साथ दिन में तीन बार लेने से उच्च रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके अलावा आप रोज़ाना सुबह रातभर भीगे हुए मेथी के बीज का पानी सुबह खाली पेट भी पी सकते हैं। हालांकि, इसके सेवन से पहले आपको अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछना चाहिए।
केले
केले, आलू, अनाज और फलियां जैसे खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला प्रतिरोधी स्टार्च, रक्त शर्करा नियंत्रण में मदद, आंत के स्वास्थ्य का समर्थन कर और तृप्ति को बढ़ाकर आपके स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकता है। यह स्टार्च का एक रूप है जो छोटी आंत में नहीं पचता और इसलिए इसे एक प्रकार का आहार फाइबर माना जाता है।
नट्स
नट्स में असंतृप्त वसा, प्रोटीन और विटामिन और खनिजों भरे होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल, सूजन और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करते हैं। बीएमजे ओपन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, आपको अपने दैनिक आहार में कम से कम 50 ग्राम बादाम, काजू, अखरोट, पिस्ता जैसे नट्स शामिल करने चाहिए ताकि उच्च स्तर के रक्त वसा और शर्करा को नियंत्रित किया जा सके।
प्रोटीन से भरपूर फूड्स
अंडे, मांस मछली और चिकन या शाकाहारी स्रोतों जैसे दाल, पनीर या बेसन से मिलने वाला प्रोटीन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। राजमा, काबुली चना, साबूत मूंग और मसूर जैसी साबुत दालों को दिन में कम से कम एक बार खाने की सलाह दी जाती है। शोध में साबित हो चुका है कि प्रोटीन ब्लड शुगर स्तर को बढ़ाता नहीं है।
इन फूड्स के सेवन के साथ ज़रूरी है कि आप रोज़ाना वर्कआउट भी करें, ताकि ब्लड सुगर स्तर कंट्रोल में रहे।
सोर्स jagran