COVID RT-PCR टेस्ट के सैंपल लेने का नया तरीका है बेहद आसान और सस्ता, सिर्फ 3 घंटे में पाएं रिजल्ट

COVID RT-PCR टेस्ट के सैंपल लेने का नया तरीका है बेहद आसान और सस्ता

Update: 2021-05-29 15:24 GMT

कोरोना वायरस को लेकर वैज्ञानिक लगातार खोजबीन कर रहे हैं और रिसर्च में लगे हुए हैं। पिछले दिनों कोविड-19 टेस्ट की एक होम किट लॉन्च की गई थी जिससे महज 15 मिनट में ही आपको निगेटिव और पॉजिटिव का पता चल जाता है। इसी बीच कोविड से जुड़ा एक Saline gargle नाम का एक इन्ट्रुमेंट लॉन्च हुआ है जिसके जरिए कोरोना RT-PCR टेस्ट के लिए सैंपल लेने में काफी आसानी होगी। इसे आसान भाषा में हम सैंपल कलेक्शन ट्यूब कह सकते हैं। इस उपकरण का निर्माण नागपुर स्थित नेशनल एनवॉयरमेंटल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (NEERI) (National Environmental Engineering Research Institute) के वैज्ञानिकों ने CSIR के तहत किया है।

वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया saline gargle स्वैब कलेक्शन और आरटी-पीसीआर टेस्ट के लिए एक आसान और फास्ट मेथड है। इस नए तरीके से बिना किसी स्पेशल ट्रेनिंग के हम और आप भी कोविड टेस्ट का सैंपल ले सकते हैं। आइए, जानते हैं कैसे काम करता है Saline gargle और क्या है इसकी खासियत...
नीरी के नए तरीके के जरिए सबसे पहले रोगी को नमक के घोल से गरारे करवाए जाते हैं और फिर उसे Saline gargle यानी सैंपल वाले ट्यूब में थूकने को कहा जाता है। इसके बाद ट्यूब में कलेक्ट किए गए गरारे वाले सैंपल को प्रयोगशाला में ले जाया जाता है।

वैज्ञानिक ने बताया सैंपल लेने का तरीका
नीरी के एनवॉयरमेंटर वॉयरोलॉजी सेल के सीनियर साइंटिस्ट कृष्णा खैरनार ने इस नए मेथड के बारे में जानकारी देते हुए कहा, स्वैब कलेक्शन के मौजूदा तरीके में समय लगता है और मरीजों को थोड़ी असुविधा भी होती है। कभी-कभी कलेक्शन सेंटर तक लाते-लाते सैंपल के बीच में ही खराब होने का खतरा भी रहता है।
लेकिन Saline Gargle के तरीके से कलेक्ट किया सैंपल RT-PCR टेस्ट का परिणाम फौरन ही दे सकता है और यह कंफर्टेबल भी है। इस तरीके से कोरोना टेस्ट करने में सैंपलिंग तुरंत होती है और रिजल्ट भी तीन घंटे के भीतर मिल जाता है। नागपुर नगर निगम ने सैंपलिंग के इस आसान तरीके को अपनाने की अनुमति दे दी है। वैज्ञानिक ने कहा कि तकनीक उन ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती है जहां बुनियादी ढांचे की कमी है।
​इस तरह होती है सैंपल की जांच
लैब में सैंपल को नीरी द्वारा तैयार एक स्पेशल बफर सॉल्यूशन में कमरे के तापमान पर रखा जाता है। इस सॉल्यूशन को गर्म करने पर एक आरएनए टेप्लेंट बनता है जिसका आरटी-पीसीआर (रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीनेरज चेन रिएक्शन) प्रॉसेस किया जाता है। इस प्रक्रिया में करीब तीन घंटे का समय लगता है और आपको अपना रिजल्ट के बारे में पता चल जाता है।नीरी के मुताबिक, यह पूरी प्रक्रिया किफायती होने के साथ ही साथ इकोफ्रेंडली भी है, क्योंकि इसमें बहुत कम कचरा निकलता है।
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