बीमारियों से आपको बचाती है रोज ब्रश करने की आदत, इन बातों का खास ख्याल

गुड ओरल हाइजीन न सिर्फ दांतों की सड़न और मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों से आपको बचाती है, बल्कि ये आपकी हार्ट हेल्थ का भी ख्याल रखती है.

Update: 2021-11-22 02:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दांतों से जुड़ी कोई प्रॉब्लम न हो इसलिए आप नियमित रूप से रोजाना दो बार ब्रश करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोज ब्रश करना सिर्फ दांतों से जुड़ी समस्याओं को ही दूर नहीं रखता, बल्कि इससे हृदय रोगों और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा भी कम होता है.

हृदय रोगों और सांस से जुड़ी बीमारियों से बचेंगे
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गुड ओरल हाइजीन न सिर्फ दांतों की सड़न और मसूड़ों से जुड़ी बीमारियों से आपको बचाती है, बल्कि ये आपकी हार्ट हेल्थ का भी ख्याल रखती है और आपको सांस से जुड़ी बीमारियों से भी बचाती है.
European Society of Cardiology (ESC) के European Journal of Preventive Cardiology में छपी एक स्टडी के मुताबिक, रोजाना नियमित रूप से दांतों को ब्रश करने की आदत Atrial Fibrillation और Heart Failure के खतरे को कम करती है.
जानलेवा इंफेक्शन का खतरा कम होगा
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हमारा मुंह अच्छे और खराब दोनों तरह के बैक्टीरिया के लिए एंट्री पॉइंट की तरह काम करता है. वहीं इनमें से कुछ बैक्टीरिया इतने खतरनाक होते हैं कि आपको जानलेवा इंफेक्शन दे सकते हैं.
कई रिसर्च में सामने आया है कि अगर आप ओरल हाइजीन का ध्यान नहीं रखते तो इससे आपके ब्लड में बैक्टीरिया जा सकते हैं और बॉडी में इंफ्लामेशन हो सकता है. इससे Atrial Fibrillation, Irregular Heartbeat और Heart Failure का खतरा बढ़ जाता है.
आपकी ओरल हेल्थ कई गंभीर बीमारियों की वजह बन सकती है. इससे हार्ट चैंबर्स की इनर लाइनिंग में इंफेक्शन Endocarditis का खतरा हो सकता है. मुंह से बैक्टीरिया ब्लड स्ट्रीम में जाते हैं और इसके ​जरिए आपके हार्ट तक पहुंच जाते हैं.
ओरल हेल्थ का ध्यान न रखने की वजह मसूड़ों से जुड़ी गंभीर बीमारी Periodontitis का खतरा रहता है जिससे हार्ट डिजीज, आर्टरीज के ब्लॉक होने और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ सकता है. यही नहीं मुंह के बैक्टीरिया से फेफड़ों और सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी हो सकती है. इसे निमोनिया होने का खतरा बढ़ जाता है.
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ओरल हेल्थ के लिए करें ये काम
-एक मुलायम से ब्रश और fluoride टूथपेस्ट से नियमित रूप से दो बाद दांतों को ब्रश करें.
-ब्रश करने और फ्लॉसिंग के बाद भी कुछ फूड पार्टिकल दांतों के बीच रह जाते हैं. इसके लिए माउथवॉश करें.
-हेल्दी डाइट लें. शुगर वाली चीजें और ड्रिंक्स के इनटेक को कम करें.
-हर तीन से चार महीने में टूथब्रश को रिप्लेस करें.
-रेगुलर डेंटल चेकअप और क्लीनिंग कराएं.


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