बिना ठंडाई के होली की कल्पना करना भी मुश्किल है. होली से अमूनन देश में गर्मी का सीजन शुरू हो जाता है ऐसे में यह ना सिर्फ होली के त्यौहार का मजा दोगुना कर देती है बल्कि शरीर को भी ताजगी प्रदान करते के साथ मूड भी फ्रेस कर देती है. ऐसे में ठंडाई बनाना होली के त्यौहार में बेहतर विकल्प है. देश के उत्तरी भागों में तो ठंडई को बहुत पसंद किया जाता है साथ ही इसे होली पर भी मेहमानों को परोसा जाता है. तो चलिए जानते है कैसे तैयार कर सकते है आप सेहत और स्वाद से भरपूर ठंडाई. दूध और मेवाओं से बनी है तो ये हेल्दी भी है. ठंडाई का सेवन करना हर किसी को पसंद भी होता है.
आवश्यक सामग्री
आवश्यक सामग्री
फुलक्रीम दूध- डेढ़ लीटर
बादाम छिलके उतारे हुये- 20-25
छिला हुआ पिस्ता-20-25
खसखस या (पॉपी सीड्स)-3 बड़े चम्मच
छोटी इलायची – 8-10
काली मिर्च के दाने-7-8
चीनी-1.5 कटोरी
पानी में भिगोए हुए काजू-20-25
छिलका उतारे हुए खरबूजे के बीज-3 बड़े चम्मच
केसर-7-8 धागे
दालचीनी-एक बड़ा टुकड़ा
गुलाब की सूखी पंखुड़ियां- करीब 20
बनाने की विधि:- एक बड़े बर्तन में दूध को उबालने के लिए रख दे साथ ही पिस्ता, मगज, खसखस, काजू और बादाम को अच्छी तरह से पीस ले। आप चाहे तो इसका बेहतर मिश्रण बनाने के लिए इसमें थोड़ा सा दूध मिलकर भी इसे पीस सकते है ताकि इसका मिश्रण अच्छे से बन जाए. इसके बाद उबलते हुये दूध में केसर और चीनी को मिलाते हुये इसे कुछ देर तक हिलाते रहे ताकि ये सामग्री दूध में अच्छी तरह से घुल जाए.
अब आप दालचीनी, इलायची, काली मिर्च और गुलाब की पंखुड़ियों को बारीक पीस ले और इसे दूध में मिला ले. इसके बाद इस पेस्ट और पहले से तैयार किये हुये पेस्ट को दूध के साथ मिलाकर धीमी आंच पर 5 मिनट तक पकाते रहे साथ ही बीच-बीच में इसे हिलाते भी रहे ताकि यह बर्तन में ये ना चिपके. इसके बाद गैस को ऑफ करके इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दे. पूरा ठंडा होने के बाद आप इसमें गुलाब की पंखुड़ियों का फिनिशिंग टच देकर मेहमानों को परोस कर होली का आनंद उठाएं. इसके बाद होली होगी सारारारा....जोगी जी...सारारारा.... वाह जोगी जी