लाइफ स्टाइल Life Style: मखाने की चर्चा होती ही है मन में ये खाल आती है कि ये तो समुद्र में जाने वाला ढोल है। पर, ऐसा नहीं है। कुछ मेवे अन्वेषक तासीर वाले होते हैं, जिनमें से एक मखाना भी है। मखाना, जिसे अंग्रेजी में फॉक्स नट या लोटस सीड के नाम से भी जाना जाता है। मखाना एक ऐसा मेवा है जिसका उपयोग धार्मिक पर्वों Uses religious holidays में व्रत के दौरान भोजन के लिए किया जाता है। बच्चों से लेकर साथियों तक यह सभी को पसंद आता है, हालांकि ही कुछ को पसंद है तो कुछ को मीठा। मुझे तो गुड़ में पेज मखाने बहुत अच्छे बताए गए हैं। इसके सेवन से पेट को ठंडक मिलती है।
गर्मी के मौसम में लू और मधुमेह की समस्या आम है। इसके साथ ही कमजोर थका हुआ भी अधिकतर लोगों पर हावी रहता है। हीट की इन मशीनरी से प्राप्त जानकारी के लिए अधिकांश लोग शेक और उपभोक्ता आदि की ओर रुख करते हैं। पर, शरीर की खोई ऊर्जा की पूर्ति के लिए स्वस्थ्य पोषक तत्वों का सेवन करना चाहिए। उसी सीरीज में एक नाम है, मखाना। इसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। अधिकांश लोगों को एक सुपर रसायन शास्त्र की तरह की तलाश है क्योंकि इसमें आवश्यक पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही शाकाहारी और शाकाहारी लोगों के लिए पोषक तत्व से भरपूर माखाना एक अच्छा विकल्प है।
मखाना क्या होता है?
मखाना गोल, छोटा और मोती जैसे सफेद होते हैं। इसके फर्म दस्तावेज मौजूद firm documents present हैं। मजबूत के साथ-साथ उनके आकार के आधार पर मैं क्विनॉइस में तीन मसाले रखता हूं: पहले टाइप का मखाना साबुत, गोल और आकार में थोड़ा बड़ा होता है। दूसरे प्रकार के मखाने आकार में थोड़े छोटे होते हैं, जिनमें काले छिलके अधिक दिखाई देते हैं। तीसरे प्रकार के मकानों को तुर्री मखाना इसलिए कहा जाता है क्योंकि ये बहुत छोटे और छोटे होते हैं, पर कुछ लोग इनका उपयोग खेड बनाने के लिए करते हैं। ज्यादातर घरों में मखाने का सेवन अकेले के रूप में किया जाता है। आइये जानें मैं इसका उपयोग अपने प्रतिदिन की सामग्री में कैसे करता हूं: 1 मैं मखाना का प्रयोग अपने भोजन में तीन तरह से करता हूं- पहला कच्चा रूप में, दूसरा भुने और तीसरा पाउडर बनाता है।
2 मखाने से काला छिलका रेशम मखाने को दो पिज्जा में डालती हूं और फिर पानी में नमककर ढोकर पंचामृत में डालती हूं।
3 कच्चे मखानों को साफ करके दो टुकड़े करके एक मसाला घी में जीरा, राई का तड़का लगाए ये ही डाल रहे हैं। फिर सेंकती हूं। ऊपर से, टमाटर और खेड़ा का कचुंबर इस मखाने में मिलाती हूं। स्वादिष्ट नाश्ता तैयार है।
4 एक मिनट घी में 10-12 मिनट तक धीमी गति से गैस पर क्रिस्पी होने तक मखाने को भूनती हूं। फिर नमक, काली मिर्च, चाट मसाला आदि स्टोमिनल ठंडा करके एअर टिट रीनॉल में रखता हूँ। चाय के साथ मशीनरी के रूप में चिकित्सक के लिए यह स्वास्थ्यवर्धक विकल्प है।