सर्दियों के मौसम में नवजात शिशु का ऐसे ध्यान रखे ध्यान

तापमान में गिरावट आते ही मौसमी बीमारियां जैसे ज़ुकाम, फ्लू और संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है।

Update: 2020-12-28 10:22 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| तापमान में गिरावट आते ही मौसमी बीमारियां जैसे ज़ुकाम, फ्लू और संक्रमण का ख़तरा बढ़ जाता है। चाहे आप कितने भी सेहतमंद क्यों न हो या आपकी इम्यूनिटी बेहद मज़बूत हो, इस मौसम में बीमारी पड़ने का जोखिम कम नहीं होता। वयस्क फिर भी इस मुश्किन मौसम से जूझ लेते हैं, लेकिन तीन महीने की सर्द हवाओं को झेलना नवजात बच्चों के लिए आसान नहीं होता।

नवजात बच्चों का इम्यून पूरी तरह से विकसित नहीं होता, इसलिए उन्हें संक्रमण और मौसमी फ्लू का ख़तरा ज़्यादा होता है। इसके अलावा, उनकी त्वचा बेहद मुलायम होती है, जिसकी वजह से त्वचा से जुड़े इंफेक्शन या चकत्ते होना का डर भी होता है। इसलिए इस मौसम में अपने बच्चों का ख्याल रखना ज़रूरी होता है। चाहे वे ज़्यादातर समय घर के अंतर बिताते हों, कुछ चीज़ें हैं जिनकी मदद से नवजात शिशुओं को सेहतमंद और सुरक्षित रखा जा सकता है।

नेहलाना
सफाई और नेहलाना स्वच्छ रहने के लिए बेहद ज़रूरी है। सर्दियों में शिशु को गर्म पानी से हर दूसरे दिन नहलाएं। बाकी दिनों में कपड़े बदलने से पहले शिशु का शरीर गर्म पानी में गीले किए गए तौलिए से पोछें। इससे बच्चे के बीमारी पड़ने की संभावना कम होगी और त्वचा की नमी भी बकरार रहेगी।
तेल मालिश
ठंडी और रूखी हवा बच्चे की त्वचा से नमी छीन लेती है और उसे रूखा बनाती है। त्वचा की नमी बरकरार रखने के लिए सर्दियों में शिशु की रोज़ाना तेल से मालिश करें। त्वचा तेल को सोख लेती है और मुलायम भी रहती है। तेल मालिश से शिशु की हड्डियां मज़बूत होती हैं। इसके लिए आप सरसों या नारियल के तेल को हल्का गुनगुना कर बच्चे की मालिश कर सकती हैं।
धूप में कुछ देर बैठें
सूरज की किरणें विटामिन-डी का सबसे बड़ा स्त्रोत है, जो हड्डियों को मज़बूती देने के साथ इम्यूनिटी को भी बढ़ावा देता है। शिशु को नहलाने या कपड़े बदलने के बाद कुछ देर धूप में लेकर ज़रूर बैठें। ऐसा माना जाता है कि सूरज की किरणें कीटाणुओं को ख़त्म करने के साथ बच्चे के शरीर में गरमाहट पहुंचाती हैं।
​अपने बच्चे के कपड़ों का भी ख़्याल रखें
नवजात शिशुओं में हमेशा कपड़ों की परत पहनाएं। इससे तापमान में बदलाव होने पर भी बच्चे का शरीर गर्म रहेगा। बच्चों के लिए हमेशा ऐसे कपड़े लें जिनमें सांस लेना आसान हो और सिर को ढ़कना न भूलें।
भारी रज़ाई या कम्बल न इस्तेमाल करें
सर्दियों में बच्चे को भारी कम्बल ओढ़ाना शायद सही लगता हो, लेकिन असल में नहीं है। भारी कम्बल उन्हें गर्म ज़रूर रखेगा, लेकिन साथ ही वे उसमें बेचैन रहेंगे, क्योंकि उन्हें अपने हाथ या पैर हिलाने में दिक्कत आएगी। इसलिए हल्का कम्बल इस्तेमाल करें और कमरे का तापमान सही रखें।
वैक्सीन
सर्दियों का मौसम बीमारियां भी लेकर आता है, इसलिए नवजात शिशु को सुरक्षित रखने के लिए वैक्सीन ज़रूर लगवाएं। वैक्सीन के शेड्यूल को समय से फॉलो करें और ख्याल रखें कि एक भी टीका न भूलें।


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