देर तक टीवी देखने से होता है दिमाग का स्टीमुलेशन ,जिसके कारण रात को जल्दी नहीं आती नींद
देर रात तक टीवी देखने के कारण दिमाग का स्टीमुलेशन ज्यादा होता है जिसके कारण रात को जल्दी नींद नहीं आती और अगर रात को आप अच्छी नींद नहीं लेते तो इससे कई बीमारियों का होना तय है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऐसी कई स्ट्डीज आई हैं जिनमें कहा गया कि स्क्रीन के कारण स्लीप पैटर्न पर असर पड़ा है। इसके साथ ही मोटापा तनाव और ऑवरऑल हेल्थ खराब हो रहा है। लेपटॉप मोबाइल टीवी पर ज्यादा देर बिताने के दुष्परिणामों को लेकर अभी भी कई रिसर्च चल रही है। कई अध्ययनों में कहा गया है कि सोने से ठीक पहले टीवी को न देखें इससे कई परेशानियां हो सकती है। एक्सपर्ट की सलाह रहती है कि रोजाना रात में 8 घंटे की नींद जरूरी है लेकिन टीवी देखने के कारण हमारी नींद में कमी हो जाती है। इससे नींद उधार रह जाता है। जैसे हम पैसे किसी से उधार लेते हैं ठीक वैसे ही। अगर हम इस नींद उधार को चुकता न करें तो इस कारण मानसिक और शारीरिक समस्याएं पैदा हो जाती है। सोते समय या देर रात तक टीवी देखने से शरीर में बनने वाला मेलाटोनिन हार्मोन का उत्पादन कम होने लगता है। क्योंकि यह अंधेरे में ज्यादा बनता है।
मेलाटोनिन शरीर को आराम दिलाता है। यही हार्मोन हमसे कहता है कि अभी रात है और अभी दिन। लेकिन इसकी कमी के कारण बायलॉजिकल चक्र बिगड़ जाता है। देर रात तक टीवी देखने से हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है। इतना ही नहीं इससे इम्यूनिटी कमजोर होती है और याददाश्त पर भी असर पड़ता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक रात में आर्टिफिशियल लाइटें जैसे कि टीवी मोबाइल की रोशनी में ज्यादा देर तक रहने से वजन में इजाफा होता है। रिसर्च में यह भी पाया गया कि अगर 8 घंटे की नींद भी ली जाए लेकिन देर रात तक स्क्रीन पर समय बिताते हैं तो भी मोटापा बढ़ेगा। स्किन पर भी असर-टीवी से निकलने वाली रोशनी से स्किन को भी नुकसान पहुंचता है।
एक शोध के मुताबिक ज्यादा फ्रीक्वेंसी वाली नीली रोशनी के संपर्क में आने से स्किन का डीएनए डैमेज होने लगता है। इससे स्किन खराब होने लगती है। मालूम हो कि आधुनिक जीवनशैली में टीवी देखने से हम अपने आपको रोक नहीं सकते। लेकिन देर रात तक टीवी देखना कई बीमारियों को दावत देने जैसा है। वैसे चाहे वह टीवी स्क्रीन हो या लेपटॉप हो या मोबाइल स्क्रीन इन सबका असर हमारे दिलो-दिमाग पर होता है। ज्यादा देर तक स्क्रीन पर रहने से न सिर्फ आंखों में परेशानियां होती है बल्कि इससे मोटापा भी बढ़ता है।