फूड पॉइजनिंग का सबसे बड़ा कारण है बासी खाना, होने पर इन घरेलू उपायों से पाए राहत
बासी खाना, होने पर इन घरेलू उपायों से पाए राहत
स्वस्थ रहने के लिए सही डाइट होना भी जरूरी है। डाइट से ही हमारा शरीर आवश्यक पोषक तत्व और एनर्जी प्राप्त करता है। यही कारण है कि आजकल लोगों का स्वास्थ्य लगातार खराब होता जा रहा है, क्योंकि काम के प्रेशर के कारण लोग अक्सर बाहर ही खा लेते हैं। गर्मी हो या सर्दी पाचन सही रखने के लिए ताजा भोजन करने की सलाह दी जाती है, लेकिन सुबह की भागदौड़ में ज्यादातर लोग इस रूल को फॉलो नहीं कर पाते। उनके पास रात का बना हुआ खाना ही खाने का ऑप्शन बचता है। गर्मी के दिनों में अगर आपने भोजन को फ्रिज में नहीं रखा, तो ये बहुत जल्द खराब हो जाता है और जब आप इसे खाते हैं, तो पेट दर्द, उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं का शिकार हो जाते हैं। ऐसी स्थितियों के कारण फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं होने लगती हSa। फूड पॉइजनिंग सिर्फ बाहर का खाना खाने से ही नहीं कई बार घर का खाना खाने के कारण भी हो जाती है। दरअसल, कई बार काम में व्यस्त होने के कारण या अन्य किसी वजह से घर का खाना भी समय पर नहीं खा पाते हैं और हमें तब खाने का समय मिलता है जब वह बासी हो जाता है। आपको बता दें कि घर की बासी रोटी भी बाहर के खाने की ही तरह अनहेल्दी हो सकती है और इससे फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
फूड पॉइजनिंग का बड़ा कारण बासी रोटी
बासी खाना खाने से फूड पॉइजनिंग हो सकता है, इस बारे में तो ज्यादातर लोग जानते हैं। लेकिन बहुत ही कम लोग मानते हैं कि बासी रोटी खाने से भी फूड पॉइजनिंग हो सकती है। यही कारण है कि लोग अक्सर बासी रोटी खा लेते हैं और फिर उन्हें पेट संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। दरअसल, बासी रोटी को पचाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है और कई बार तो बासी रोटी थोड़ी सख्त भी हो जाती है, जो पेट में जाकर कई परेशानियां पैदा कर सकती है।
कुछ लोग मानते हैं हेल्दी
इसके विपरीत लोगों का यह मानना है कि बासी रोटी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती है। दरअसल, वह बासी नहीं बल्कि ठंडी रोटी होती है और उसे खाने से कोई समस्या नहीं होती है। जब रोटी सूख कर कठोर होने लगे तो वह बासी हो जाती है और पेट में जाकर नुकसान पहुंचाने लगती है।
फूड पॉइजनिंग के लक्षण
बासी रोटी खाने के बाद शरीर में कुछ अजीब सा लगने लगता है। अगर आपको भी बासी रोटी खाने के बाद —
—जी मिचलाना या उल्टी आने लगे,
—पेट में दर्द व ऐंठन होने लगे
—खट्टी डकारें आने लगें
—दस्त लगना शुरू हो जायें
तो समझिये कि आप फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए हैं। इन लक्षणों के अतिरिक्त इसके लक्षणों में, जो गम्भीर होते हैं, मल में खून का आना, उल्टी के साथ खून आना, बदन में असहनीय दर्द होना आदि हैं। यदि ऐसे कुछ होता है तो आपको तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
फूड पॉइजनिंग से राहत दिलाने वाले घरेलू उपाय
राहत दिलाने वाले घरेलू उपायों में सबसे पहले इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि आज जो खा रहे हैं वह स्वस्छ है या नहीं। आपको रोटी या कोई भी अन्य खाद्य पदार्थ बासी नहीं खाना है। अगर रोटी को 8 घंटे से ज्यादा समय हो गया है, तो उसे न खाएं। वहीं अगर रोटी खुले में रखी हुई है और सूख रही है, तो 4 घंटों के बाद उसे नहीं खाना चाहिए। साथ ही यह भी जान लें कि बासी रोटी को गरम करके खाने से भी वह स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है।
पुदीना पेट को ठंडा रखता है, साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं भी दूर करता है। फूड पॉइजनिंग होने पर पुदीने का पत्तों से रस निकाल लें और इसमें नींबू व शहद मिलाकर उसका सेवन करें। शहद की जगह काला नमक भी मिलाया जा सकता है।
फूड पॉइजनिंग के चलते मतली या सिरदर्द की प्रॉब्लम हो रही है, तो आप अदरक का सेवन कर सकते हैं। अदरक के सेवन से तुरन्त राहत मिलती है। इसके लिए एक कप पानी में थोड़ा सा अदरक डालकर उबाल लें। इसमें थोड़ा सा नींबू डालें। स्वाद अच्छा न लगे, तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं। अदरक के इस पानी को पीने से पेट में होने वाली जलन शांत होती है।
फूड पॉइजनिंग होने पर ठंडे दूध का सेवन करना फायदेमंद होता है। इससे अगर एसिडिटी हो रही है, तो उससे राहत मिलती है। दूध में किसी भी अन्य चीज का मिलान न करें। यहाँ तक कि दूध में चीनी भी न डालें। उसे फीका ही पी लें।
फूड पॉइजनिंग के वक्त इन चीजों से बनाए दूरी
इन सब उपायों को आजमाने के बाद अगर आपको थोड़ी राहत महसूस हो रही है, तो भी कुछ दिनों तक हल्की सुपाच्य चीज़ों का ही सेवन करें। कुछ दिनों तक डेयरी प्रोडक्ट्स खासतौर से दूध और पनीर, फैटी फूड्स, तली-भुनी चीज़ें, शुगरी प्रोड, चटपटा खाना खाने से बचें। कैफीन, अल्कोहल, निकोटीन लेना भी अवॉयड करें।