धरती के नीचे और ज्वालामुखी के ऊपर बनी बस्तियां, पूरी खबर पढ़कर सिर चकरा जाएगा
अजीबोगरीब जगहें।
नई दिल्ली: 21वीं सदी में लोग आसमान छूती इमारतों में अपने सपनों का आशियाना बनाना चाहते हैं. लेकिन दुनियाभर में ऐसी कई अजीबोगरीब बस्तियां भी हैं जिनकी बनावट और रहन-सहन के तौर-तरीके आपको हैरानी में डाल देंगे. इन अद्भुत बस्तियों में इंसान तो रहते ही हैं, लेकिन इनकी लोकप्रियता के कारण यहां टूरिस्ट की भीड़ भी जमा रहती है. आइए आपको आज ऐसी ही कुछ जगहों के बारे में बताते हैं.
कूबरपेड़ी- दक्षिणी ऑस्ट्रेलिया में कूबरपेड़ी नाम का एक विचित्र गांव है. यह गांव जमीन के अंदर बसा हुआ है. 'द माइनिंग टाउन' के नाम से मशहूर इस गांव में आम शहरों की तरह चर्च, म्यूजियम, आर्ट गैलरी, बार, होटेल, शूटिंग स्पॉट, मॉल और कई आलीशान घर भी हैं. यहां जमीन के नीचे तापमान बहुत कम रहता है, जिसकी वजह से यहां बहुत ठंडक रहती है.
हुआकाचाइना- पेरू में हुआकाचाइना नाम का एक छोटा सा कस्बा मौजूद है जो चारों तरफ से रेत के टीलों से घिरा हुआ है. स्वर्ग के समान दिखने वाला यह कस्बा रेगिस्तान के बीचोंबीच भी हरे-भरे पेड़-पौधों से पटा हुआ है. यहां नीले पानी का सुंदर स्विमिंग पूल भी है. हुआकाचाइना में रेस्टोरेंट, दुकानें और लाइब्रेरी की भी सुविधा है. यहां रहने वाले लोग इसे किसी स्वर्ग से कम नहीं मानते हैं.
हैंगिंग मॉनेस्ट्री- भारत के पड़ोसी देश चीन में पांच बेहद खतरनाक पहाड़ हैं. इनमें से एक शांझी प्रांत का हैंगिंग माउंटेन भी है. इन पहाड़ों के किनारों पर हवा में झूलते मकान बनाए गए हैं जो हैंगिंग मॉनेस्ट्री के नाम से प्रसिद्ध हैं. हैंगिग माउंटेन के पास से गोल्डन नदी होकर गुजरती है. लिहाजा, इन मकानों को बहुत ऊपर बनाया गया है ताकि बाढ़ के समय घरों को किसी तरह का नुकसान ना हों.
ऑगाशिमा- फिलीपीन सागर के बीच स्थित एक आइलैंड पर बसा ऑगाशिमा दुनिया के सबसे बहादुर गांव के रूप में अपनी पहचान बना चुका है. इस द्वीप की ऊंचाई 423 मीटर है और यह करीब 6 किलोमीटर के दायरे में फैला हुआ है. कहते हैं कि 1780 में यहां फटे एक ज्वालामुखी ने लोगों को यह जगह छोड़ने पर मजबूर कर दिया था. लेकिन इस दुर्घटना के करीब 50 साल बीतने के बाद लोगों ने फिर से यहां डेरा डाल लिया.
आंड्रिडल- नॉर्वे के आंड्रिडल की गिनती दुनिया के सबसे खूबसूरत और रंग-बिरंगे शहरों में की जाती है. झील के बीचोंबीच बने लकड़ी के घर यहां बेहद आकर्षक लगते हैं. 1988 से पहले आंड्रिडल तक केवल नाव से पहुंचना मुमकिन था, लेकिन अब यहां लंबी-चौड़ी सडकें हैं जो इसे बाहरी दुनिया से जोड़ रही हैं. यहां आने वाले टूरिस्टत बोटिंग के जरिए इस शहर का लुत्फ उठाना कभी नहीं भूलते.
आइसरटॉक- ग्रीनलैंड का आइसरटॉक भी सपनों की किसी नगरी जैसा दिखाई पड़ता है. दुनिया की भीड़ से अलग पड़े इस शहर में पहले इंसान के लिए रहना आसान नहीं था. यहां रहने वालों को खाने के लिए सिर्फ मांस पर ही निर्भर रहना पड़ता था, क्योंकि खेती के लिए यहां परिस्थितियां अनुकूल नहीं थी. लेकिन आज यहां सुपरमार्केट से लेकर तमाम सुविधाएं उपलब्ध हैं.
गोरम- गोरम असल में एक ओपन एयर म्यूजियम है जहां आपको चट्टानों के अंदर बने चर्च और घर देखने को मिलेंगे. तुर्की की ये ऐतिहासिक जगह कप्पाडोसिया प्रांत में स्थित है. यह एक प्राचीन मल्टी लेवल अंडरग्राउंड शहर भी है.