Raw Milk Lassi: जानिए कच्ची दूध की लस्सी कैसे बनती हैं

Update: 2024-06-13 05:09 GMT
Raw Milk Lassi: देशभर में गर्मी का कहर जारी है. तेज धूप और चिपचिपे वातावरण में शरीर को अधिक से अधिक लीक्विड की जरूरत होती है. ऐसे में लोग लस्सी और छाछ जैसी ड्रिंक्स पीना पसंद करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दही ही नहीं आप कच्चे दूध से भी लस्सी तैयार कर सकते हैं. यह शरीर को हाइड्रेट करके और खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स को फिर से भरकर गर्मी की समस्याओं से लड़ने में मदद करता है. यह गर्मियों में बहुत फायदेमंद ड्रिंक हैं. इसका इस्तेमाल लीवर और ब्लाडर की गर्मी को बेअसर करने के लिए किया जाता है और पेशाब के दौरान और बाद में जलन को कम करने में भी मदद करता है. आइए जानते हैं कि कच्चे दूध की लस्सी कैसे तैयार की जाती है और इससे किस तरह बॉडी को फायदे पहुंचाता है.
कच्चे दूध की लस्सी के फायदे (Benefits of raw milk lassi)
पोषक तत्वों से भरपूर
कच्चे दूध में कई तरह के आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जिनमें विटामिन (जैसे ए, डी और बी12), खनिज (जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस) और हेल्दी फैट शामिल है. कच्चे दूध की लस्सी से आपको ये सभी पोषक तत्व मिलते हैं.
हाइड्रेशन (hydreation)
लस्सी एक हाइड्रेटिंग ड्रिंक है, जो खासकर गर्म जलवायु में फायदेमंद है. यह इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस (Electrolyte Balance) बनाए रखने में मदद करता है और शरीर को ठंडा रखता है.
इम्यूनिटी बनाए मजबूत (immunity strong)
कच्चे दूध की लस्सी में इम्युनोग्लोबुलिन और लैक्टोफेरिन (Immunoglobulins and lactoferrin) होते हैं, जो प्रतिरक्षा कार्य को बढ़ा सकते हैं. प्रोबायोटिक्स भी प्रतिरक्षा प्रणाली का समर्थन करने में भूमिका निभाते हैं.
हड्डियों का स्वास्थ्य (healthy bones)
कच्चे दूध में मौजूद कैल्शियम और फास्फोरस (Calcium and Phosphorus) हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने के लिए ज़रूरी हैं. लस्सी का नियमित सेवन हड्डियों को मजबूत बनाता है और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्थितियों को रोकने में मदद कर सकता है.
दही और कच्चे दूध की लस्सी में अंतर (Difference between curd and raw milk lassi)
दोनों ही कैल्शियम और प्रोटीन प्रदान करते हैं, लेकिन दही की लस्सी प्रोबायोटिक्स और कम लैक्टोज से अतिरिक्त लाभ प्रदान करती है. दही की लस्सी को पाचन और सुरक्षा के लिए बेहतर माना जाता है. फॉर्मेंटेड दूध से बनी दही की लस्सी, प्रोबायोटिक्स से भरपूर होती है, जो पाचन और आंत के स्वास्थ्य में सहायता करती है. कच्चे दूध की लस्सी, विटामिन और खनिजों से भरपूर होने के बावजूद, अगर ठीक से संभाला न जाए तो संभावित रोगाणुओं के कारण जोखिम भरी होती है.
कच्चे दूध की लस्सी की रेसिपी (Raw Milk Lassi Recipe)
सामग्री
1/2 कप – कच्चा दूध
1/2 कप – ठंडा पानी
1/4 चम्मच – शहद या चीनी
विधि
कच्चे दूध को ठंडे पानी के साथ कई बार फेंटें और अपनी पसंद का स्वीटनर डालें. यह पारंपरिक लस्सी या गाढ़े छाछ जैसा दिखता है. इसे ताज़ा पिएं.
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