बच्चों की सही परवरिश संवारती हैं उनका जीवन, अपने बेटे को बचपन से ही सिखाएं ये बातें
, अपने बेटे को बचपन से ही सिखाएं ये बातें
बच्चों की अच्छी परवरिश करना कितना मुश्किल और चुनौतीभरा होता हैं ये पेरेंट्स से बढ़कर कोई नहीं जान सकता हैं। बच्चों के लिए उनके माता-पिता उनके आदर्श होते हैं और उनकी सिखाई गई बातों को वे जीवनभर अपने जहन में रखते हैं। खासतौर से बेटों की परवरिश में पिता अहम होते हैं क्योंकि एक बेटे की पर्सनैलिटी अपने पिता से ही प्रभावित होती है। ऐसे में पिता की जिम्मेदारी हो जाती हैं कि अपने बेटे को सही सीख दें। लड़कों को कुछ ऐसी बातें सिखाना जरूरी हैं जो उन्हें नेक इंसान बनाते हुए उनका जीवन संवारे। यहां हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जो हर पिता द्वारा अपने बेटे को बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए।
संवेदनशील बनना सिखाएं
लड़कों को मजबूत या यूं कहें कि सख्त दिल बनने की सलाह तो अक्सर दी जाती है लेकिन उन्हें संवेदनशील बनने की सलाह कभी नहीं दी जाती। लेकिन, भावनाओं को समझना और लोगों को उनके कमजोर और मुश्किल समय में इमोशनली सपोर्ट करने के लिहाज से लड़कों को भी उतना ही सवंदेनशील बनना सिखाएं जैसा लड़कियों से उम्मीद की जाती है। लड़कों को जेंटलमेन बनना सिखाएं, उन्हें सिखाएं कि वह दूसरों को सम्मान दें और दूसरों की खूबियों को पहचानने और अपने आस-पास के लोगों के लिए भावनात्मक स्तर पर सपोर्टिव बने रहें।
मैं भी फेल हुआ हूं
बच्चा अपने पैरेंट्स को देखकर ही सीखता है और उसे लगता है कि आपसे कोई गलती हो ही नहीं सकती है। आप अपने बच्चे को दिखाएं कि आप भी इंसान हैं और आपसे भी गलतियां हो सकती हैं। इससे बच्चे को लगेगा कि पुरुष कोई मशीन नहीं है, वो भी एक इंसान है।
महिलाओं का सम्मान
ये तो सबसे अहम सीख है जो हर मां बचपन से अपने बेटे को देनी चाहिए। यदि घर पर मां ही बेटों को महिलाओं का सम्मान करना सिखाएगी तो लड़के बहुत जल्दी इस बात को समझ पाएंगे। इससे आपका बेटा न केवल अपनी पत्नी और दोस्त बल्कि आपका और आपके परिवार की हर स्त्री का आदर करेगा।
शेयर करना
माता-पिता को अपने बच्चों को अपनी चीजें, खाने की वस्तुएं दूसरे बच्चों के साथ शेयर करना सिखाना चाहिए। शेयरिंग अच्छी आदतों में से एक है। ऐसा करने से बच्चे का मानसिक विकास होता है और शेयरिंग की वजह से वह दूसरे बच्चों के साथ अच्छी तरह से घुल मिल भी जाते हैं।
बेसिक कूकिंग
खाना खाने का शौक सभी को होता है लेकिन, लड़कियां जहां बचपन से ही किचन के कामों में इंट्रेस्ट लेने लगती हैं वहीं लड़के इस तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देते। लेकिन, जब लड़के पढ़ाई या नौकरी के सिलसिले में घर से दूर जाते हैं तो उन्हें अक्सर घर के खाने की याद सताती है। इसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि लड़के ना तो कुछ पकाना जानते हैं और ना ही उन्हें पता होता है कि किचन में किस तरह काम किया जाता है। ऐसे में कैंटीन और रेस्टोरेंट्स से खाना मंगाकर खाना कॉमन लाइफस्टाइल डिज़िज़ेज़ का खतरा बढ़ा देता है।
आई लव यू कहना
मर्दों के बारे में अक्सर कहा जाता है कि वो प्यार जताने में अच्छे नहीं होते जबकि ये आदत बहुत गलत है। आप अपने बेटे को बताएं कि प्यार दिखाना अपनी और सामने वाले की जिंदगी को खूबसूरत बनाने का सबसे आसान तरीका है। साथ ही आप अपने बच्चे को यह एहसास दिलाएं कि आप उससे प्यार करते हैं और ये आपको बोलकर भी बताना होगा।
सिखाएं अच्छा व्यवहार
किसी भी बच्चे में सबसे पहले जो चीज दिखाई देती है वह है उसका व्यवहार। माता-पिता को अपने बच्चों को ऐसे संस्कार और शिक्षा देनी चाहिए जिनसे आगे चलकर वे जिद्दी न बनें। बच्चों को बड़ों का आदर करना, बुजुर्गों के साथ सम्मान से बात करना और छोटों से प्यार करना सिखाना चाहिए।