दुबले - पतले लोगों के लिए आलू है खजाना, जाने इसके और फ़ायदे
जाने इसके और फ़ायदे
आज हम आपको बताएँगे हर सब्जी में पाएँ जाने वाले आलू के बारे में मजेदार और सेहत से भरी बातें, जिन्हें आप नहीं जानते होंगे। मेरे हिसाब से जिस रसोई में आलू नहीं हैं, वह रसोई समझो खाली हैं, क्योंकि आलू के बिना लगभग हर सब्जी अधूरी हैं। आलू दुनिया में चौथी सबसे ज्यादा खाने के लिए उगाई जाने वाली फसल है। आलू में विटामिन " C " , पोटेशियम , विटामिन " B 6 " प्रचुर मात्रा में होते है। इसके अलावा आलू में मैग्नेशियम , फास्फोरस , आयरन और ज़िंक भी होता है। आलू से हमें कार्बोहाईड्रेट स्टार्च के रूप में मिलता है जिसका कुछ हिस्सा फाइबर की तरह काम करता है। आइये जानते हैं आलू के ओर भी गुण।
सर्दी से ठंडी सूखी हवाओं से हाथों की त्वचा पर झुर्रियां पड़ने पर कच्चे आलू को पीसकर हाथों पर मलना गुणकारी हैं। नींबू का रस भी इसके लिए समान रूप से उपयोगी है। कच्चे आलू का रस पीने से दाद, फुन्सियां, गैस, स्नायुविक और मांसपेशियों के रोग दूर होते हैं।
सबसे पहली बात हम वो बताएँगे, जो सभी जानते हैं आलू में कार्बोहाइड्रेट भरपूर मात्रा में होता हैं, अगर आपका शरीर दुबला-पतला हैं तो आलू आपके लिए खजाना हैं।
बेरी-बेरी का सरलतम् सीधा-सादा अर्थ है-”चल नहीं सकता” इस रोग से जंघागत नाड़ियों में कमजोरी का लक्षण विशेष रूप से होता है। आलू पीसकर या दबाकर रस निकालें, एक चम्मच की मात्रा के हिसाब से प्रतिदिन चार बार पिलाएं। कच्चे आलू को चबाकर रस निगलने से भी यह लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
कच्चा आलू साफ-स्वच्छ पत्थर पर घिसकर सुबह-शाम आंख में काजल की भांति लगाने से पांच से छ: वर्ष पुराना जाला और चार वर्ष तक का फूला तीन महीने में साफ हो जाता है।
आलू में मैग्नीशियम होता हैं, जो हमारे रक्तचाप को सामान्य रखता हैं, इसीलिए आलू जरूर खाना चाहिए।
आलू का रस दूध पीते बच्चों और बड़े बच्चों को पिलाने से वे मोटे-ताजे हो जाते हैं। आलू के रस में मधु मिलाकर भी पिला सकते हैं।