Risk of pneumonia: अगर अब तक आप यह समझते आए हैं कि ओरल हाइजीन का ध्यान ना रखने पर सिर्फ आपके दांतों को नुकसान होता है या फिर आशावादी लोग अपने जीवन में हमेशा अच्छे निर्णय लेते हैं तो आपको बता दें,आप बिल्कुल गलत हैं। जी हां, हाल ही में हुई स्टडी ने कई ऐसे खुलासे किए हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद आप चौंक सकते हैं। आइए जानते हैं रोजमर्रा के जीवन से जुड़े ऐसे ही कुछ सच, जिनके बारे में ज्यादातर लोग अनजान रहते हैं। हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? इन जानकारियों के लिए है,यह खास खबर। यहां आपको मिलेगी,हर जानकारी हमारी दुनिया की। उपयोगी
औसत उम्र बढ़ा सकती है यह मशीन
सुनने की क्षमता का कम होना अब एक आम समस्या हो गई है। अध्ययन बताते हैं कि अमेरिका में 40 मिलियन युवा सुनने में Problem का सामना कर रहे हैं, पर ऐसे हर दस में से मात्र एक व्यक्ति ही सुनने की मशीन का इस्तेमाल करता है। लैंसेट में प्रकाशित ताजा अध्ययन के मुताबिक ऐसे लोगों को सुनने की मशीन का इस्तेमाल तुरंत शुरू कर देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से उनकी औसत उम्र में इजाफा हो सकता है। मशीन का इस्तेमाल करने वाले लोगों में समय से पूर्व मृत्यु का खतरा ऐसा नहीं करने वालों की तुलना में 24 प्रतिशत कम होता है। 20 से ज्यादा उम्र वाले दस हजार लोगों से इकट्ठा किए गए आंकड़ों के आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया है।
जरूरी है चैन की नींद
न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जिन लोगों की 30 और 40 की उम्र में नींद अधिक बाधित होती है, उन्हें एक दशक बाद याददाश्त से जुड़ी परेशानी ज्यादा हो सकती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक 30 से 40 वर्ष की उम्र में नींद की मात्रा की तुलना में उसकी गुणवत्ता ज्यादा मायने रखती है। अध्ययन में 40 वर्ष की औसत आयु वाले 526 लोगों को शामिल किया गया और उन पर 11 वर्षों तक नजर रखी गई। ने नींद के विखंडन पर भी ध्यान दिया, जो नींद में बार-बार आने वाली छोटी रुकावटों को मापता है। सबसे अधिक बाधित नींद वाले 175 लोगों में से, 10 साल बाद 44 लोगों का संज्ञानात्मक प्रदर्शन खराब था, जबकि सबसे कम बाधित नींद वाले 176 लोगों में से 10 लोगों का ही संज्ञानात्मक प्रदर्शन प्रभावित हुआ था। Researchers
ओरल हाइजीन से घटेगा निमोनिया का खतरा
निमोनिया एक सामान्य समस्या है, जो बच्चों और बड़ों किसी को भी परेशान कर सकती है। हाल ही में हुए एक के मुताबिक ठीक तरह से ब्रश करके निमोनिया के जोखिम को कम किया जा सकता है। आमतौर पर लोग जल्दबाजी में ब्रश करते हैं और अच्छी तरह से दांतों को साफ नहीं कर पाते। जिससे अन्य परेशानियों के साथ-साथ निमोनिया का जोखिम भी बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में ओरल अध्ययन microbiome, ओरल हेल्थ, डेंटल प्लाक और निमोनिया के विकास के बीच एक लिंक बताया है और इसे रोकने के लिए उचित ओरल केयर की सिफारिश की है। इस अध्ययन की रिपोर्ट जामा इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित हुई है।