इस वीकेंड की छुट्टी में जयपुर के जयगढ़ किला घूमने का हैं प्लान? यहाँ के बारे में जानिए
राजस्थान घूमना हर किसी को पंसद होता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर पर्यटकों की हमेशा पहली पसंद रहा है. गुलाबी नगरी से फेमस ये शहर अपने अद्भुत नजारों और इतिहास के लिए फेमस है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| राजस्थान घूमना हर किसी को पंसद होता है. राजस्थान की राजधानी जयपुर पर्यटकों की हमेशा पहली पसंद रहा है. गुलाबी नगरी से फेमस ये शहर अपने अद्भुत नजारों और इतिहास के लिए फेमस है. जयपुर में ही मौजूद जयगढ़ का फोर्ट भी बाकी किलों की तरह से काफी फेमस है और यही कारण है कि यहां पर्यटक खूब घूमने आते हैं.
अगर आप जयपुर गए हैं और जयगढ़ फोर्ट नहीं गए हैं तो इस बार यहां का रूख जरूर करिए. बता दें कि जयगढ़ किले का इतिहास बेहद ही दिलचस्प रहा है.18 वीं शताब्दी में इसका निर्माण किया गया था. किले में उस समय दुनिया की सबसे बड़ी तोप मौजूद थी. जो युद्ध के समय में काम आती थी.
कहा जाता है कि इस किले का नाम सवाई जय सिंह 2 शासक के नाम पर रखा गया है. लेकिन मुगलों के शासन के समय में किला मुख्य तोप फाउंड्री के लिए जाना जाता था. कहा जाता है कि इस किले में एक खजाना था, जिससे जयसिंह ने जयपुर शहर का विकास किया. हालांकि उस खजाने तक कभी कोई पहुंच नहीं पाया है.
माना तो ये भी जाता है कि इस खजाने को खोजना नामुमुकिन है. ये खजाना खुद में एक रहस्य ही है. किले को लाल बलुआ पत्थर से निर्मित किया गया है. बता दें कि अगर आप यहां घूमने जाते हैं तो इस फोर्ट के अंदर ललित महल, विलास मंदिर का नजारा देखने को मिलेगा.
इतना ही नहीं जयगढ़ फोर्ट में कोर्ट रूम और हॉल को शानदार खिड़कियों इसकी शोभा को और बढ़ाती हैं. ये जगह इतिहास को जानने के साथ साथ खूबसूरत नजारों को भी पेश करता है.
अगर आप यहां घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो जयगढ़ फोर्ट में कोर्ट रूम और हॉल को शानदार खिड़कियों इसकी शोभा को और बढ़ाती हैं. क्योंकि रेत के कारण से यहां बहुत गर्मी होती है, जिससे आपकी ट्रिप खराब हो सकती है. ऐसे में आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच में यहां घूमने का प्लान करें.
कहा जाता है कि इस किले का नाम सवाई जय सिंह 2 शासक के नाम पर रखा गया है. लेकिन मुगलों के शासन के समय में किला मुख्य तोप फाउंड्री के लिए जाना जाता था. कहा जाता है कि इस किले में एक खजाना था, जिससे जयसिंह ने जयपुर शहर का विकास किया. हालांकि उस खजाने तक कभी कोई पहुंच नहीं पाया है.
माना तो ये भी जाता है कि इस खजाने को खोजना नामुमुकिन है. ये खजाना खुद में एक रहस्य ही है. किले को लाल बलुआ पत्थर से निर्मित किया गया है. बता दें कि अगर आप यहां घूमने जाते हैं तो इस फोर्ट के अंदर ललित महल, विलास मंदिर का नजारा देखने को मिलेगा.
इतना ही नहीं जयगढ़ फोर्ट में कोर्ट रूम और हॉल को शानदार खिड़कियों इसकी शोभा को और बढ़ाती हैं. ये जगह इतिहास को जानने के साथ साथ खूबसूरत नजारों को भी पेश करता है.
अगर आप यहां घूमने का प्लान कर रहे हैं, तो जयगढ़ फोर्ट में कोर्ट रूम और हॉल को शानदार खिड़कियों इसकी शोभा को और बढ़ाती हैं. क्योंकि रेत के कारण से यहां बहुत गर्मी होती है, जिससे आपकी ट्रिप खराब हो सकती है. ऐसे में आप अक्टूबर से अप्रैल के बीच में यहां घूमने का प्लान करें.