Pet Care Tips: पेट्स को दवा देने के लिए हैं पिल पॉकेट बेहतर ऑप्शन

Update: 2024-06-08 11:43 GMT
Pet Care Tips:पेट्स को दवा देने के लिए पिल पॉकेट बेहतर  इसके बीच में दवा रखकर पेट को दवा खिला सकते हैं। डिजिटल डेस्क बीमार होने पर बच्चों को दवा खिलाना जितना मुश्किल होता है उतना ही मुश्किल अपने पेट्स को दवा देना होता है। उन्हें भी दवा का स्वाद कुछ खास पसंद आता नहीं है। जैसे ही उन्हें दवा देने जाएं ज्यादातर ऐसा होता है कि दवा देखकर वह छिप जाते हैं। अगर जोर जबरदस्ती की जाए तब गुस्से में भी आ जाते हैं। ऐसे में पेट्स के मालिकों को उन्हें दवा देना बड़े संकट जैसा महसूस होता है।
दवा खाने में जब वह आनाकानी करें तो किस तरह उन्हें दवा दी जाए। इसके बारे में पशु चिकित्सक डा. पीएस भदौरिया का कहना है कि उनके साथ जोर जबरदस्ती कर के दवा नहीं खिलाना चाहिए इसके नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं। उन्हें बहला कर ही दवा दें । इसका सबसे अच्छा विकल्प यही है कि अपने पेट की पसंदीदा खाने पीने की चीज के साथ उन्हें दवा भी खिला दी जाए।
पिल पॉकेट और पनीर बेहतर विकल्प पेट्स को दवा देने के लिए सबसे बेहतर विकल्प पिल पॉकेट भी होता है। यह अलग अलग स्वाद में उपलब्ध होती है और इसके बीच में दवा रखकर आप आसानी से पेट को दवा खिला सकते हैं। स्वाद के बीच वह आसानी से दवा खा लेगा और किसी प्रकार का विरोध भी नहीं करेगा। इसके अलावा पनीर भी उपयोग किया जा सकता है। अधिकांश कैप्सूल व गोलियां पनीर के छोटे से टुकड़े में आसानी से समा जाती हैं। इसे पालतू आसानी से निगल लेते हैं। इसके अलावा पनीर कम कैलोरी और सोडियम स्तर उचित रखने के लिए भी लाभदायक भी होता है, इसलिए इसे दवा देने में उपयोग किया जा सकता है।
सावधानी से दें टेबलेट काफी पेट्स ऐसे होते हैं जो दवा खा तो लेते हैं लेकिन उन्हें ठीक ढंग से दवा नहीं दी जाए तो उसे उगल देते हैं और फिर दोबारा खाने में आनाकानी करने लगते हैं। ऐसे में ध्यान रखना है किcarefully दवा को पेट के दांतों व गालों के बीच में रखें और उसके मुंह को बंद कर दें । फिर उसके गाल और गले को धीरे धीरे सहलाएं जिससे वह दवा पूरी तरह निगल लेगा।
इन बातों कर रखें ध्यान दवा को पीस कर भी खिलाया जाता है लेकिन हर दवा ऐसे नहीं दी जाती है। ऐसे में जरूरी है कि
दवा को पीसने
से पहले पशु चिकित्सक से एक बार परामर्श लेकर ही दवा को पीसें। सीरप के रूप में उपलब्ध घोल को खाने में मिलाकर भी दिया जा सकता है, लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखें कि खाने में सीरप की मात्रा उतनी ही रहे जितना आपके पेट को दिया जाना हैं। तरल रूप में मिलने वाली दवा या सिरप को कुछ लोग सिरिंज में भरकर देते हैं , ऐसे में थोड़ा सावधानी रखना जरूरी है। नहीं तो पेट्स उल्टी भी कर सकते हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल से मास Communication स्नातक कुशाग्र वालुस्कर नईदुनिया डिजिटल में सीनियर सब एडिटर के पद पर हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माह ...
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