जीवन को सुंदर और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं पालतू कुत्ते, कुत्ते को घर में लाएं इन 5 वजहों से
कुत्ते को घर में लाएं इन 5 वजहों से
लाइफस्टाइल. आज यानी कि 26 अगस्त को इंटरनेशनल डॉग डे दुनियाभर में मनाया जा रहा है। डॉग जो इंसान का सबसे अच्छा दोस्त माना जाता है उसे घर में लाने पर लाइफस्टाइल बदल जाती हैं। इंटरनेशनल डॉग डे मनाने के पीछ वजह लोगों घर में डॉग अडॉप्ट करने के लिए मोटिवेट करना है।लोगों को दुकान से डॉग खरीदने की बजाय उन्हें अडॉप्ट करने के लिए प्रेरित कती है। पेट डॉग के साथ समय बिताने के आश्चर्यजनक स्वास्थ्य लाभ होते हैं यह वैज्ञानिक रूप से भी साबित हो चुका है। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ मानसिक स्वास्थ्य भी इनसे मिलता है। चलिए बताते हैं डॉग रखने के पांच बड़ी वजहें।
1. सबसे अच्छा इमोशनल सपोर्ट मिलता है
डॉग अपने मालिक और परिवार के लिए बेस्ट इमोशनल सपोर्टर होते हैं। इनमें एक विशेष गुण होता है जो अपने मालिक के इमोशन को भांप लेते हैं। मसलन अगर आप दुखी होते हैं तो आपका डॉग आपके साथ आकर बैठता है आपको चाटता है। उसे पता चल जाता है कि आप दुखी हैं। टेंशन में वो मालिक को रिलैक्स कराने की कोशिश करता है। खुशी में आपके साथ खुश होता है। इतना ही नहीं अगर आप अकेले होते हैं तो एक परिवार की तरह वो आपका ख्याल रखता है। मालिक और घर के सदस्य के प्रति इनके इमोशन काफी स्ट्रॉग होते हैं।
2. आलसी नहीं बनने देता
घर में अगर डॉग होता है तो आप आलसी नहीं हो सकते हैं। वो सुबह शाम आपको टहलाने के लिए बाध्य करता है। डॉग रखने पर आप एक रुटीन में बंध जाते हैं। जैसे उसे खाना खिलाना, टहलाना और उसके साथ खेलना। जिसकी वजह से आपकी मानसिक और शारीरिक फिटनेस बनी रहती है।
3. तन्हा नहीं होने देता है
डॉग आपको कंपनी देता है। घर में जब आप अकेले होते हैं या तन्हाई महसूस करते हैं तो डॉग इसे दूर करता है। वो आपको बिना शर्त प्यार करता है। आलिंगन और किस देता है।
4. सोशल बनाता है
वॉक पर जब आप अपने डॉग के साथ निकलते हैं तो आप लोगों से मिलते हैं। उनके साथ बात करते हैं। पालतू जानवरों की दुकान, क्लब या फिर ट्रेनिंग सेंटर पर इनकी वजह से जाते हैं और वहां आपकी मुलाकात दूसरे लोगों से होती है। कभी-कभी नए दोस्त भी बन जाते हैं। इनकी वजह से आप सोशल बने रहते हैं।
5. रुटीन की पड़ेगी आदत
घर में पेट डॉग होता है तो एक रुटीन फॉलो करने लगते हैं। उसे कब वॉक पर ले जाना है। कब खाना खिलाना है। कब उसके साथ खेलना है। घर से बाहर रहते हैं तो डॉग के वक्त को देखते हुए टाइम पर आ जाते हैं। इस तरह आप लंबी उम्र तक एक हेल्दी रुटीन फॉलो करते हैं।