Parenting पेरेंटिंग: आजकल ज्यादातर पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर यह शिकायत करते हैं कि उन्हें अच्छी परवरिश देना उनके लिए एक बड़ा चैलेंज बनता जा रहा है। बच्चों के जिद्दी स्वभाव की वजह से माता-पिता दिन-ब-दिन तनाव में आकर अपना पेशेंस खोते जा रहे हैं। नतीजतन, बच्चों पर चिल्लाने और गुस्सा करने के अलावा उन्हें बच्चों को समझाने का कोई और तरीका समझ नहीं आता है। हालांकि पेरेंट्स के इस तरह के व्यवहार से बच्चों में सुधार आने की जगह वो और ज्यादा जिद्दी बनने लगते हैं। अगर आपकी भी अपने बच्चे को लेकर यही शिकायत और समस्या है तो उसे डांट-फटकार से नहीं बल्कि धैर्य और शांति बनाए रखते हुए काम पेरेंटिंग की मदद से डील करें। आइए जानते हैं कैसे।
बच्चे से पहले खुद को रखें शांत-
बच्चों को Deal करने से पहले आपको खुद अपने भीतर कुछ बदलाव करने होंगे। जिसमें सबसे पहले तनाव को दूर करके शांति से उनके साथ पेश आना है। अगर आप पहले से ही खुद तनाव में होंगे तो अपना सारा गुस्सा बच्चों पर ही निकालेंगे। ऐसे में अपने गुस्से और स्ट्रेस को दूर रखने के लिए ध्यान, व्यायाम या डीप ब्रीदिंग का सहारा लें।
सुनना शुरू करें-
कई बार जरूरत से ज्यादा व्यस्त होने की वजह से पेरेंट्स बच्चों की बातों को अनसुना कर देते हैं। लेकिन आप अगर अपने बच्चे में सुधार देखना चाहते हैं तो सबसे पहले एक अच्छे श्रोता बनें। अपने बच्चों की बातों को ध्यान से सुनकर समझने की कोशिश करें। आपके ऐसा करने से उन्हें महसूस होगा कि आप उनकी परवाह के साथ भावनाओं को भी महत्व देते हैं।
रुटीन बनाएं-
बच्चों में सुधार लाने के लिए उनकी सीमाएं निर्धारित करना बेहद जरूरी है। इसके लिए उनका दिनभर का एक रुटीन बनाकर उनके लिए कुछ नियम सुनिश्चित करें। ऐसा करने से उन्हें अपनी सीमाएं स्पष्ट रूप से पता होंगी, जिससे आपको उन्हें समझाना भी थोड़ा आसान हो जाएगा।