एक जैसे लक्षण होने से नहीं हो रही कोरोना संक्रमण और टीबी के बीच पहचान? ऐसे करें चेक

लेकिन कोविड रिकवरी के बाद भी आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. ज्यादा समय तक खांसी रहने पर आप चिकित्सक की सलाह जरूर लें.

Update: 2022-01-31 17:55 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Health Tips in Hindi: कोरोना की तीसरी लहर और कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने इन दिनों डॉक्टर्स के लिए काफी मुसीबत खड़ी कर दी है. देश में लाखों की संख्या में संक्रमितों के दैनिक केस सामने आ रहे हैं. लेकिन कोविड रिकवरी के बाद भी आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है. ज्यादा समय तक खांसी रहने पर आप चिकित्सक की सलाह जरूर लें.

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोविड संक्रमण के दौरान आपको खांसी की समस्या हो सकती है. लेकिन यदि आपको रिकवरी के 2-3 हफ्ते बाद भी लगातार खांसी की समस्या हो रही हो तो आप तुरंत तपेदिक यानी ट्यूबरक्लॉसिस का टेस्ट जरूर करवाएं. नहीं तो खांसी आपके लिए नुकसानदायक या फिर अन्य बीमारियों का कारण बन सकता है.
ये हैं टीबी के लक्षण
तीन सप्ताह से अधिक खांसी खून या बलगम वाली खांसी, सीने में दर्द या सांस लेने या खांसी के साथ दर्द, अचानक वजन घटना, थकान, बुखार, रात में पसीना आना और ठंड लगना टीबी के कुछ सामान्य लक्षण हैं. कोविड और टीबी के मरीजों में कई लक्षण एक तरह के पाए जाते हैं, इसलिए दोनों बीमारियों के बीच अंतर को जानना जरूरी है, जिसके लिए आप सही समय पर सही टेस्ट करवाएं.
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार कोविड-19 से संक्रमितों के लिए सक्रिय टीबी गंभीर बीमारी है. जो मृत्यु दर में इजाफा करने के लिए बड़ा कारण बन सकता है. एक महीने तक लक्षण दिखने या फिर खांसी होने पर टीबी होने का खतरा रहता है जबकि कोविड-19 में मरीजों को बुखार, खांसी, सर्दी और थकावट जैसे लक्षण कम दिनों के लिए होते हैं. इसके अलावा कोरोना में व्यक्ति को सूखी खांसी होती है.


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