वस्तुत : यह कला अति प्राचीन है गोंड तथा लम्बाडी आदि जनजातियों के वस्त्रों तथा आभूषणों में कढ़ाई की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अब, यह आधुनिक गहनों की श्रेणी में शामिल हो गया है। पतली धातु की पन्नी पर कशीदाकारी आभूषणों को हल्का और आरामदायक बनाती है। कीमत भी कम है।