सरसों की दिक्कत बढ़ने की संभावना एक महीने के अंदर

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों, सोयाबीन तेल तिलहन, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट रही और त्योहारी मांग होने के बावजूद भाव में नरमी आई.

Update: 2021-10-01 17:24 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| लगभग एक महीने के अंदर सरसों की दिक्कत बढ़ेगी. देश की मंडियों में जो आवक लगभग 1.70 लाख बोरी की है वह 15-20 दिन में घटकर 50-75 हजार बोरी रह रह जाने की संभावना है.

विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच दिल्ली तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों, सोयाबीन तेल तिलहन, सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट रही और त्योहारी मांग होने के बावजूद भाव में नरमी आई. मलेशिया एक्सचेंज में 2.1 प्रतिशत की गिरावट रही जबकि शिकागो एक्सचेंज में 0.4 प्रतिशत की तेजी रही. मलेशिया एक्सचेंज में इस गिरावट का असर स्थानीय तेल-तिलहन कीमतों पर भी दिखाई दिया और भाव में गिरावट आई.
बाजार सूत्रों ने कहा कि सरकार द्वारा आयात शुल्क मूल्य ढांचे में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इसकी दरें पूरानी ही हैं. उन्होंने कहा कि सरसों की एक महीने के लगभग के अंदर में दिक्कत बढ़ेगी. देश की मंडियों में जो आवक लगभग 1.70 लाख बोरी की है वह 15-20 दिन में घटकर 50-75 हजार बोरी रह रह जाने की संभावना है. सूत्रों कहा कि सरसों का कोई विकल्प नहीं है. इसकी अगली बिजाई अक्टूबर-नवंबर में होगी और इस बार पैदावार दोगुने से भी काफी अधिक होने की संभावना है.
आवक बढ़ने से सोयाबीन की कीमतों पर असर
मंडियों में सोयाबीन के नए फसल की आवक बढ़ रही है जो करीब ढाई से तीन लाख बोरी की है. इस आवक के बढ़ने से सोयाबीन की कीमतें दबाव में हैं. उन्होंने कहा कि इस बार सोयाबीन की गुणवत्ता भी कहीं बेहतर है. देश में सोयाबीन के तेल रहित खल (डीओसी) का बाहर से आयात होने से स्थानीय डीओसी का बाजार मंदा हो गया है और इसके निर्यात से होने वाली कमाई भी प्रभावित हुई है जिसकी वजह से सोयाबीन दाने की कीमतों पर दबाव है.
सूत्रों ने कहा कि मंडियों में बिनौला और मूंगफली की नई फसल आने के पहले इनकी कीमतें नरम हैं. जबकि मलेशिया एक्सचेंज में गिरावट के बावजूद सीपीओ और पामोलीन के भाव पूर्ववत बने रहे.
बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे
सरसों तिलहन – 8,750 – 8,775 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये.
मूंगफली – 6,350 – 6,495 रुपये.
मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 14,430 रुपये.
मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,170 – 2,300 रुपये प्रति टिन.
सरसों तेल दादरी- 17,720 रुपये प्रति क्विंटल.
सरसों पक्की घानी- 2,685 -2,735 रुपये प्रति टिन.
सरसों कच्ची घानी- 2,770 – 2,880 रुपये प्रति टिन.
तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,500 – 18,000 ..
सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,340 रुपये.
सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 13,950 रुपये.
सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 12,850
सीपीओ एक्स-कांडला- 11,480 रुपये.
बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,650 रुपये.
पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,100 रुपये.
पामोलिन एक्स- कांडला- 12,050 (बिना जीएसटी के).
सोयाबीन दाना 5,400 – 5,600, सोयाबीन लूज 5,200 – 5,400 रुपये.
मक्का खल (सरिस्का) 3,800 रुपये.
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