क्‍यों खाना चाहिए बथुआ, जानें फायदे

बथुआ, जाड़े के मौसम में आने वाली वो सब्‍जी है

Update: 2021-09-06 11:52 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| बथुआ, जाड़े के मौसम में आने वाली वो सब्‍जी है जो शायद हर किसी को पसंद नहीं आती है. मगर कभी इसके पराठें बनते हैं तो कभी इसे साग के साथ मिलाकर खाया जाता है. बथुआ अपने आप में बहुत ही फायदेमंद सब्‍जी है. ये सब्‍जी प्रोटीन और आयरन जैसे इंग्रीडेंट्स का सोर्स है. ऐसे में बुजुर्ग हमेशा सर्दी के मौसम में इसे खाने की सलाह देते आए हैं. आइए आपको बताते हैं कि आखिर आपको बथुआ क्‍यों खाना चाहिए और क्‍यों ये आपके लिए फायदेमंद है.

बथुआ में होता है विटामिन, कैल्श्यिम

बथुआ में विटामिन ए, कैल्शियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे तत्‍व होते हैं. इस सब्‍जी में कई बीमारियों को दूर करने की ताकत होती है. न सिर्फ भारत बल्कि बथुआ एशिया के कुछ और देशों के साथ ही अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में भी पाया जाता है. हालांकि विशेषज्ञ हमेशा इसे एक सीमा तक ही खाने की सलाह देते हैं.

बथुए में ऑक्‍जेलिक एसिड बहुत ज्‍यादा होता है. इसलिए अगर आप इसे हद से ज्‍यादा खाते हैं तो फिर आपको डायरिया जैसी बीमारी हो सकती हैं. बालों का ओरिजनल कलर बनाए रखने में बथुआ, आंवले से कम गुणकारी नहीं है। इसमें विटामिन और खनिज तत्वों की मात्रा आंवले से ज्यादा होती है. इसमें आयरन, फॉस्फोरस और विटामिन ए और डी काफी मात्रा में पाए जाते हैं.

बथुआ के हैं और भी फायदे

बथुए की पत्तियों को कच्चा चबाने से सांस की बदबू, पायरिया और दांतों से जुड़ी अन्य समस्याओं में फायदा होता है.

कब्ज से राहत दिलाने में बथुआ बेहद कारगर है. गठिया, लकवा, गैस की समस्या में यह काफी फायदेमंद है.

भूख में कमी आना, खाना देर से पचना, खट्टी डकार आना जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए भी बथुआ खाना फायदेमंद है.

बथुआ और गिलोय का रस लेकर एक सीमित मात्रा में दोनों को मिलाएं, फिर इस मिश्रण का 25-30 ग्राम रोज दिन में दो बार लेने से आराम मिलता है.

बथुए को 4-5 नीम की पत्तियों के रस के साथ खाया जाए तो खून अंदर से शुद्ध हो जाता है और साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रहता है.

बच्चों को कुछ दिनों तक लगातार बथुआ खिलाया जाए तो उनके पेट के कीड़े मर जाते हैं. बथुआ पेट दर्द में भी फायदेमंद है.

बथुए को उबालकर इसका रस पीने और सब्जी बनाकर खाने से चर्म रोग जैसे सफेद दाग, फोड़े-फुंसी, खुजली में भी आराम मिलता है.

बथुए के पत्तों को पीसकर इसका रस निकालें. 2 कप रस में आधा कप तिल का तेल मिलाएं और इसे धीमी आंच पर पकाएं. इसे पीने से कब्‍ज की समस्‍या से छुटकारा मिलता है.

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