आजकल व्यस्त जीवनशैली और खराब खानपान के कारण लोगों को तनाव और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसी ही एक बीमारी को एजुस्पर्मिया कहा जाता है। इस रोग में शुक्राणुओं की संख्या कम हो जाती है।
एजुस्पर्मिया तब होता है जब शुक्राणुओं की संख्या बहुत कम होती है। इस बीमारी के कारण पुरुष पिता नहीं बन पाते हैं। हालांकि, तप करने के बाद पता चलता है कि एजूस्पर्मिया है या नहीं। उचित इलाज से एजुस्पर्मिया के खतरे को कम किया जा सकता है।
एजुस्पर्मिया के कारण
कभी-कभी पुरुषों में अंडकोष में चोट लगने से शुक्राणु उत्पादन में समस्या आ जाती है। यदि किसी को बचपन में वायरल ऑर्काइटिस हो जाता है, तो एक या दोनों अंडकोष सूज सकते हैं। इस वजह से भी शुक्राणु नहीं बन पाते हैं। कई बार कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कीमोथेरेपी के कारण भी शुक्राणु नहीं बन पाते हैं। इसके अलावा कुछ स्थितियां ऐसी भी होती हैं जिनमें अंडकोष में शुक्राणु तो बन जाते हैं लेकिन बाहर नहीं आ पाते हैं। ऐसी स्थिति में जातक पिता बनने से वंचित रह सकता है। हालाँकि, इसका इलाज भी किया जा सकता है।
एजुस्पर्मिया के लक्षण
पुरुष जब एजूस्पर्मिया नामक समस्या से ग्रस्त होता है तो संभोग में कमी आ सकती है। इसके अलावा संबंध बनाते समय वह इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का शिकार हो सकता है। अगर किसी पुरुष को एजुस्पर्मिया है तो उसके चेहरे या शरीर से बाल गायब हो सकते हैं।
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