रेसिपी Recipe: मेयोनीज का नाम आते ही मुझे कई वर्ष पहले की एक घटना याद आ जाती है। मैं अपनी एक दोस्त के घर गई थी और उन्होंने मुझे सैंडविच सर्व कर कहा, देखो खाकर, मैंने इसमें ‘मेयो’ डाला है। मैं चौंक गई, यह मेयो क्या है? उसने बताया ‘मेयो’, जिसे कुछ लोग मेयोनीज भी कहते हैं। मैंने कहा कि इसमें तो अंडा होता है और मैं शुद्ध शाकाहारी हूं। मैं नहीं खाऊंगी। उन्होंने बताया कि वो भी अंडा नहीं खाती हैं और मेयोनीज की शीशी दिखाई, जिसमें लिखा था Eggless मेयोनीज। खैर, मैंने सैंडविच खाया और मुझे अच्छा लगा। फिर क्या था, मैंने इसके बारे में खूब पता किया व अपनी कई डिशेज में इसका इस्तेमाल करना शुरू किया। साथ ही मैंने खुद भी मेयोनीज बनाना शुरू किया।
क्या है मेयोनीज?
मेयोनीज एक गाढ़ी, ठंडी व क्रीमी चटनी या डिप होता है। आमतौर से बाजार में यह दो तरह की मिलती है- एक अंडे वाली और दूसरी बिना अंडे की। पारंपरिक मेयोनीज की मुख्य सामग्री ही अंडे की जर्दी और तेल होता है। पर, अब बाजार में शाकाहारी मेयोनीज भी उपलब्ध है, जिसे क्रीम या दूध, तेल और सिरके से बनाया जाता है। जो लोग वीगन हैं यानी दूध का भी प्रयोग नहीं करते हैं, उनके लिए अब बाजार में वीगन मेयोनीज भी उपलब्ध है, जिसे सोया मिल्क से बनाया जाता है। यानी मेयोनीज का चुनाव अब आप अपनी पसंद और प्राथमिकता के अनुसार कर सकती हैं। बाजार में तो अब यह कई फ्लेवर में भी उपलब्ध हैं।
यूं लाएं इस्तेमाल-
1- फ्रेंच फ्राइज, वेफर्स आदि के साथ डिप के रूप में मेयोनीज का इस्तेमाल करें। चाहे तो थोड़ा सा केचअप मिला दें। एक अलग टेस्ट आएगा।
2- पनीर को स्मोकी फ्लेवर देने के लिए मेयोनीज में थोड़ा सा तंदूरी मसाला या किचन किंग मसाला मिलाएं और उसमें पनीर मैरिनेट कर दें। थोड़ी देर बाद सेंक कर सर्व करें ।
3- उबली सब्जियों को सफेद ग्रेवी में न डालकर उसमें मेयोनीज डाल दें।
4- कटलेट बनाते समय बीच में थोड़ी सी कर उसमें मेयोनीज डालें और फिर डीप फ्राई करें। Filling अलग ही स्वाद आएगा।
5- बिस्कुट, ब्रेड आदि पर मेयोनीज लगाएं। कद्दूकस करके खीरा व गाजर आदि मिलाएं और उसको लगा दें। नमक व काली मिर्च छिड़क कर नया स्नैक्स सर्व करें।
6- बर्गर बनाते समय उस पर मनपसंद मेयोनीज की एक परत लगाएं।
सेहत की भी लें सुध-
मेयोनीज में लगभग 80% वसा होती है और एक चम्मच मेयोनीज से 90 कैलोरी मिलती है। इसके नियमित सेवन से बचें। ज्यादा मेयोनीज खाने से कोलेस्ट्रॉल, बीपी, हृदय रोग आदि का खतरा बढ़ता है।