पिछले कुछ सालों में ग्रीन टी हमारे रूटीन लाइफ़ का एक अहम हिस्सा बन गई है. डॉक्टर्स की मानें, तो अगर आप रोज़ाना एक कप ग्रीन टी लेते हैं, तो टॉक्सिन लेवल नियंत्रित करने में मदद मिलती है, जिसे कई बीमारियों का जड़ माना जाता है. इसके अलावा पाचन क्रिया को सुधारने, फ्री रेडिकल्स से होनेवाले नुक़सान की भरपाई करने, वज़न को नियंत्रित करने और इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने में भी ग्रीन टी बहुत सहायक होती है. इससे मुंह के संक्रमण से बचाव होता है. हालांकि फ़ायदा इस बात पर भी निर्भर करता है कि ग्रीन टी में किन सामग्रियों का इस्तेमाल किया गया है और उसे किस समय ले रहे हैं.
वैसे तो बाज़ार में कई ब्रैंड्स की ग्रीन टी उपलब्ध हैं, जिन्हें आप ख़रीद सकते हैं, लेकिन बस कुछ सामग्रियों से ही घर पर भी ग्रीन-टी तैयार किया जा सकता है.
ग्रीन टी बनाने के लिए आपको चाहिए-
1 ग्लास पानी
3-4 तुलसी के पत्ते
1/4 टेबलस्पून कद्दूकस किया हुआ अदरक
1/4 टेबलस्पून मेथी दाना
1/2 टेबलस्पून दालचीनी
1 टेबलस्पून ताज़े नींबू का रस
1 टेबलस्पून शहद
तुलसी
तुलसी में ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी और ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स प्रॉपर्टीज़ पाई जाती हैं, जो इम्यून सिस्टम को मज़बूत करने के साथ ही शरीर में एनर्जी बूस्टिंग में भी सहायक होते हैं. तुलसी के पत्तों का उपयोग ख़ासी-ज़ुकाम को ठीक करने के लिए किया जाता है. यह डायबिटीज़ पीड़ितों के लिए भी फ़ायदेमंद होती है. तुलसी के सेवन से साइनोसाइटिस से राहत पाने में मदद मिलती है.
अदरक
अदरक में ऐंटी-बैक्टीरियल, ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स, ऐंटी-वायरल और ऐंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारने के साथ ही मेटाबॉलिज़्म को बेहतर बनाने का काम करते हैं. इसे नैचुरल फ़ैट बर्नर भी कहा जाता है.
मेथी दाना
मेथी दाना शरीर में मौजूद इंसुलिन लेवल को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसमें सॉल्यूबल फ़ाइबर बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं,, जो आपके रोज़ाना की फ़ाइबर की ज़रूरत को पूरा करते हैं.
दालचीनी
सर्दियों में होने वाले सर्दी-जुक़ाम और संक्रमण वाले बुख़ार से निजात पाने में दालचीनी से मदद मिलती है. वज़न घटाने, पेट के आसपास जमा फ़ैट को पिघलाने और डायबिटीज़ को कंट्रोल करने में इसका इस्तेमाल किया जाता है. शोध के मुताब़िक दालचीनी के सेवन से दिमाग़ तेज़ काम करता है.