लाइफ स्टाइल Life Style: आषाढ़ पूर्णिमा मनाई जा रही है। इस तिथि को आषाढ़ी भी कहते हैं। भारत में तीज त्योहारों पर तरह-तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं। आषाढ़ पूर्णिमा के व्यंजन पर भी कचौरी बनाई जाती है, जिसमें दाल भरपूर होती है. कुछ जगहों पर उड़द दाल, कुछ जगहों पर मूंग दाल और कुछ जगहों पर चना दाल की कचौड़ी बनती है। मध्य उत्तर प्रदेश और रेस्तरां के देहाती-कस्बों में घर पर बेड़वी रोटी (दाल की भरवां रोटी) बनाने का भी चलन है। चना दाल कचौड़ी के लिए सामग्री आधा कप चना दाल भीगी हुई नमक दो कप आटा एक सूची एक मेज चना दाल कचौड़ी पाउडर काली मिर्च पाउडर धनिया पाउडर हरा धनिया हरी मिर्च का तेल चना दाल कचौड़ी Chana Dal Kachori का मिश्रण स्टेप 1- भीगी हुई चने की दाल को पतला नमक के टुकड़े 40 मिनट के लिए खुले में स्वादिष्ट फ्लेम पर पका लें।
स्टेप 2- दाल का पानी जब सूखा जाए तो आटे में एक आटा मिलाकर दाल को भून लें।
स्टेप 3- दाल में हल्दी, हल्दी, काली मिर्च, धनिया पाउडर और नमक दाल लें।
स्टेप 4- इसके अलावा बिजली कटा हरा धनिया, हरी मिर्च मिला सकते हैं।
स्टेप 5- सारी सामग्री सारी दाल को भूनते हुए बढ़िया से मैश कर लें।
कचौड़ी बनाने की विधि स्टेप 1- आटे में एक आटा सूजी, एक आटा घी, लम्बाई वाला मोटा लें.
स्टेप 2- एटिक्स को 10 मिनट के लिए सेट करने के लिए रखें।
स्टेप 3- जब दाल का मिक्स हो जाए तो आटे की लोई थोड़ी बड़ी लेकर जिसमें स्टफिंग भर लें।
स्टेप 4- पूरी तरह से छोटी कचौरी बेल लें।
स्टेप 5- पकौड़ी में तेल गर्म करके पूरी फ्राई कर लें, जब तक पूरी फूल कर कुरकुरी न हो जाए तैयार है चना दाल की कचौड़ी, अमरस के साथ खाएंगे।