Lifestyle: वजन घटाने के लिए नवंबर माह है सबसे अच्छा समय

शरीर को विटर्स में एक्टिव और हेल्दी बनाए रखने के लिए खुद को फिट रखना ज़रूरी है

Update: 2024-11-20 02:45 GMT

लाइफस्टाइल: नवंबर की गिनती साल के उन आखिरी महीनों में की जाती है, जिसमें शादी, समारोह और क्रिसमस की तैयारिया ज़ोरों पर होती है। दिन छोटे और रातें लंबी होने लगती है और दिन की शुरूआत हल्की ठंड से होती है। ऐसे में व्यायाम के लिए खुद को तैयार कर लेना बेहद मुश्किल नहीं है और एक बेहतरीन विकल्प भी है। दरअसल, बढ़ती ठंड विंटर ब्लूज़ और आलस का कारण बनने लगती है। ऐसे में शरीर को विटर्स में एक्टिव और हेल्दी बनाए रखने के लिए खुद को फिट रखना ज़रूरी है। जानते हैं किन कारणों से नवंबर फिटनेस जर्नी (best time to start weight loss) की शुरूआत के लिए है खास।सेल रिपोर्ट्स मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार ठंड के मौसम में व्यायाम करने से शरीर में विभिन्न तापमान के अनुसार शरीर को ढ़ालने की क्षमता बढ़ जाती है और शरीर में फैट बर्निंग कपेसिटी में भी सुधार आने लगता है। कोपेनहेगन युनिवर्सिटी की रिपोर्ट के अनुसार आठ पुरुष जो ठंड के मौसम में तैराकी करते थे और दो साल तक तैराकी के बाद सॉना बाथ के लिए जाते थे। वहीं दूसरे तैराकों के ग्रुप ने उसी तापमान को ही चुना। रिसर्च में पाया गया कि ठंड के मौसम में तैरने वाले तैराकों के शरीर में थर्मोरेग्यूलेशन बेहतर था यानि पहले ग्रुप की अपेक्षा वे अन्य तापमान को रेग्यूनेट करने में समर्थ थे।हार्वर्ड हेल्थ की रिपोर्ट के अनुसार नंवबर के महीने में व्यायाम की शुरूआत (best time to start weight loss) वेटलॉस में मदद करने के अलावा थकान को दूर करने और बॉडी को कॉर्डिनेशन को बनाए रखने में मदद करता है। इस समय कम एनर्जी का इस्तेमाल करके शरीर को एक्टिव बनाए रखना आसान हो जाता है।

1. सीज़नल अफेक्टिव डिसऑर्डर का खतरा होता है कम

हल्की ठंड के कारण कोहरा जमने लगता है और धूप कम देखने को मिलती है। इससे शरीर में विटामिन डी की कमी का सामना करना पड़ता है, जो मूड स्विंग का कारण साबित होता है। मौसम बदलने से अधिकतर लोगों को सीज़नल अफेक्टिव डिसऑर्डर से प्रभावित होते है। दरअसल, सन रेज़ की कमी से मेलाटोनिन हार्मोन के स्तर में बढ़ोतरी होती है, जो नींद को बाधिक करता है।

2. इम्यून सिस्टम को करे बूस्ट

ठंड के दौरान संक्रमण का खतरा बढ़ने लगता है। ऐसे में नियमित व्यायाम करने से शरीर में ब्लड का फ्लो नियमित बना रहता है, जिससे इम्यून सेल्स को मज़बूती मिलने लगती है। साथ ही तनाव व सूजन कम होती है। एक्सरसाइज़ करने से मसल्स और एंटीबॉडीज़ की मज़बूती बढ़ती है। वे लोग जो सर्दी, खंसी और अस्थमा से परेशान है, उनके शरीर में ऑक्सीज़न का प्रवाह बढ़ने लगता है, जिससे बैक्टीरिया का प्रवाह कम होता है और फेफड़ों की मज़बूती बढ़ने लगती है।

3. हृदय रोगों के खतरे को बढ़ाए

ठंड के मौसम में हृदय रोगों का खतरा बढ़ने लगता है। दरअसल, सर्दी के दिनों में शरीर हीट जनरेट करने के लिए ब्लड वेसल्स को संकुचित कर देता है। इससे ब्लड को पंप करने में हार्ट पर प्रेशर बढ़ने लगता है। सका प्रभाव ब्लड प्रेशर और हृदय गति पर भी नज़र आता है। ऐसे में रूटीन वर्कआउट विटर्स में बॉडी को हेल्दी और फिट रखने में मदद करता है। साळा ही हृदय की मज़बूती भी बढ़ जाती है।

4. वेटगेन से बचाव

नंवबंर के महीने में वर्कआउट (best time to start weight loss) करने के दौरान बार बार होने वाली अत्यधिक स्वैटिंग से बचा जा सकता है। इससे शरीर में फ्लूड लॉस का जोखिम कम होता है और सदिंयों के मौसम में खानपान की आदतों में बदलाव के बावजूद हेल्दी वेट को मेंटेन किया जा सकता है।

5. नींद की समस्या होगी हल

मौसम में आया बदलाव मूड और वज़न को प्रभावित करने के अलावा नींद की गुणवत्ता को भी कम कर देता है। इसके चलते शरीर की नेचुरल सर्कैडियन रिदम प्रभावित प्रभावित है, जिससे भरपूर नींद नहीं मिल पाती है। इस समस्या को हल करने के लिए सोने से पहले बेड टाम एक्सरसाइज़ की मदद लें। इसके अलावा योगासनों का अभ्यास भी कारगर साबित होता है। इससे शरीर में कॉर्टिसोल हार्मोन को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे वेटलॉस में भी मदद मिलती है।

6. फिटनेस गोल्स को अचीव करने में मददगार

वे लोग जो नए साल के रेज़ोल्यूशन के तौर पर जनवरी से फिटनेस यात्रा को आरंभ करते है। उनके लिए नंवबर का महीना वेटलॉस यात्रा शुरू करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे व्यक्ति आसानी से खुद को फिट रखने की दिशा में आगे बढ़ सकता है। 

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