आइए जानते हैं, सपने में पूर्वजों के आने का तात्पर्य
हिंदू धर्म में ऐसी मान्यताएं हैं कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज धरती पर हमें आशीर्वाद देने के लिए उतरते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेसक | हिंदू धर्म में ऐसी मान्यताएं हैं कि श्राद्ध पक्ष में हमारे पूर्वज धरती पर हमें आशीर्वाद देने के लिए उतरते हैं. कई लोगों को अपने पूर्वजों के आस-पास होने का आभास भी होता है. जबकि कुछ लोगों के पितृ सपने में आते हैं. इस बार पितृपक्ष 20 सितंबर से 6 अक्टूबर तक रहने वाले हैं. आइए आपको बताते हैं कि सपने में पूर्वजों के आने का क्या मतलब होता है.
आशीर्वाद
पंडितों का मानना है कि श्राद्ध पक्ष में दान-पुण्य से प्रसन्न होकर पूर्वज सपने में आशीर्वाद देने के लिए आते हैं. उनका आना इस बात का संकेत है कि उन्होंने आपके श्राद्ध को ग्रहण कर लिया है. सपने में आकर पूर्वज आपको सम्पन्न और सफलता का आशीर्वाद देते हैं.
दान
अक्सर लोगों को सपने में आकर पूर्वज कोई वस्तु मांगते दिखते हैं. अगर उनके पैरों में जूते-चप्पल नहीं हैं या फिर वह भूखे हैं तो वो आपको कोई संकेत दे रहे हैं. पंडितों के अनुसार पूर्वजों द्वारा मांगी गई वस्तु का पूरी श्रद्धा से दान करना चाहिए.
क्या कहता है गरुड़ पुराण
गरुड़ पुराण में कहा गया है कि किसी मृत परिजन के सपने में आने का अर्थ है कि उनकी आत्मा अब भी भटक रही है. आत्मा की शांति के लिए घर में रामायण या गीता का पाठ करें. ऐसा करने से आपके पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलेगी.
परिवार से मोह
कई लोगों के सपने में उनके पूर्वज हमेशा घर के पास दिखाई देते हैं. ये इस बात का संकेत हो सकता है कि उनका परिवार के लिए मोह खत्म नहीं हुआ है. पंडितों के अनुसार ऐसा आभास होने पर गाय को रोजाना दो रोटी खिलानी चाहिए. अमावस्या के दिन भोग लगाना चाहिए. इससे पितरों का आशीर्वाद बना रहता है.
ये संकेत भी देते हैं पूर्वज
मान्यता है कि पितृ पक्ष में पूर्वज धरती पर आकर परिवार को देखकर प्रसन्न होते हैं और उन्हें अपना आशीर्वाद देकर जाते हैं. सपने में अगर किसी परिजन की मृत्यु दिखाई दे तो माना जाता है कि आने वाले वक्त में आपको कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है.