जानें, हमें करी पत्ता अपनी डायट में क्यों शामिल करना चाहिए?

Update: 2023-06-27 14:01 GMT
खाना सजाने या फिर स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किए जानेवाले करी पत्तों (मीठी नीम) के सेहत से जुड़े कई फ़ायदे भी हैं. इस ट्रॉपिकल (उष्णकटबंधीय, यानी जिस जगह का तापमान बारहों महीने 18 डिग्री सेल्सियस से तक या उससे अधिक रहता है) हर्ब का स्वाद भले ही कड़वा होता है, पर इसे खाने के स्वास्थ्य संबंधी ढेर सारे लाभ हैं. करी पत्ते में आयरन, मैग्नीशियम, फ़ॉस्फ़ोरस और कैल्शियम जैसे कई और मिनरल्स और विटामिन्स मौजूद होते हैं. इसके अलावा कई और वजहें करी पत्ते को डायट में शामिल करने की वक़ालत करती हैं.
वज़न कम करने में मदद मिलती है
करी पत्ते में ट्राइग्लिसराइड नामक तत्व पाया जाता है, जो कोलेस्टेरॉल को नियंत्रित करने व वज़न कम करने का काम करता है. इस हर्ब में फ़ाइबर की भी अच्छी मात्रा होती है, जिससे बॉडी मेटाबॉलिज़्म बढ़ने में मदद मिलती है. बस 4-5 करी पत्तियों को रोज़ाना कच्चा खाने से आप अपने बढ़े हुए वज़न को धीरे-धीरे कंट्रोल कर सकती हैं.
इसमें ऐंटी-बैक्टीरियल गुण मौजूद हैं
करी पत्ते में मौजूद कार्बाज़ोल एल्कलॉइड में ऐंटी-बैक्टीरियल और ऐंटी-इन्फ़्लैमेटरी गुण होते हैं. यह न केवल शरीर में होनेवाली सूजन व अन्य बीमारियों से हमें बचाते हैं, बल्कि कैंसर की रोकथाम में मदद करनेवाले ऑक्सिडेटिव सेल्स को डैमेज होने से रोकने का काम भी करते हैं.
पाचनक्रिया स्वस्थ रहती है
करी पत्ता एक बेहतरीन डीटॉक्स टूल है, जो शरीर से एक्स्ट्रा टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है. इतना ही नहीं, इन्हीं गुणों के कारण आयुर्वेद में इसे मेडिकल हर्ब का नाम दिया गया है. करी पत्ते का सेवन लिवर व अन्य पाचन संबंधी अंगों के लिए भी काफ़ी फ़ायदेमंद है.
रक्त व आंखों की सेहत के लिए फ़ायदेमंद
करी पत्ते में मौजूद विटामिन ए मैक्युलर डिजनरेशन की शुरुआत होने से रोकने और आंखों की रौशनी व कॉर्निया को सेहतमंद बनाए रखने में मदद करता है. इसमें मौजूद आयरन इस बात का ख़्याल रखता है कि रेड ब्लड सेल्स स्वस्थ रहें और आपका हीमोग्लोबिन लेवल कम ना हो. यह ब्लड सर्कुलेशन में भी मददगार है.
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