जानिए वजन कम करने के लिए चावल और रोटी में से कौन सा ऑप्शन है बेहतर
वजन कम करने की चाहत रखने वाले लोग अलग-अलग तरह के वेट लॉस प्रोग्राम से लेकर डाइट, वर्कआउट जैसी एक्टिविटी को अपने रूटीन में शामिल करते हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वजन कम करने की चाहत रखने वाले लोग अलग-अलग तरह के वेट लॉस प्रोग्राम से लेकर डाइट, वर्कआउट जैसी एक्टिविटी को अपने रूटीन में शामिल करते हैं. इतनी मशक्कत के पीछे की वजह खुद को फिट बनाए रखना या बढ़ते वज़न को कंट्रोल करना है. वज़न कम करने में डाइट का बहुत अहम योगदान होता है, जिनमें कैलोरीज़ इनटेक कम करने से लेकर स्ट्रिक्ट डाइट फॉलो करने जैसे स्टेप्स शामिल हैं.
हालांकि कुछ लोग इस सोच में भी फंसे रहते हैं कि उन्हें रोटी या चावल में से क्या खाना चाहिए, जिससे वे अपने वज़न को कम कर सकें. वजन कम करने के लिए क्या खाना चाहिए और क्या अवॉइड करना चाहिए आज हम आपको बताते हैं. बहुत से लोग वजन कम करने के प्रोसेस में अनाज को पूरी तरह अवॉइड करते हैं औरदाल या चावल में से कुछ भी नहीं खाते. सेहत के साथ ऐसी लापरवाही करना ठीक नहीं है क्योंकि यह आपको कमज़ोर कर सकता है. आइए आज हम आपको बताते हैं वजन कम करने के लिए चावल और रोटी में से कौन सा ऑप्शन बेहतर होता है.
रोटी या चावल
हेल्थएंडहेल्दियर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक रोटी और चावल में मौजूद पौष्टिक तत्वों के आधार पर बहुत आसानी से जाना जा सकता है कि किसे डाइट में बेहतर है. जैसे कि
– कैलोरीज के आधार पर चावल में रोटी के मुकाबले अधिक कैलोरीज होती है.
– प्रोटीन और फैट की बात करें, तो रोटी या चावल में इन दोनों के आधार पर ज़्यादा फर्क नहीं है.
– रोटी में फाइबर की मात्रा चावल के मुकाबले चौगुनी और विटामिन A की मात्रा 16 गुना ज़्यादा होती है.
– आयरन, कैल्शियम और B कंपलेक्स विटामिन चपाती में चावल के मुकाबले अधिक होते हैं.
– अगर कार्बोहाइड्रेट्स की बात करें, तो चावलों में हेल्दी कार्बोहाइड्रेट नहीं होता. इनके सेवन से ब्लड ग्लूकोस लेवल बढ़ जाता है.
– वहीं चपाती में कंपलेक्स कार्बोहाइड्रेट्स होते हैं, जो कि सेहत के लिए फायदेमंद होते है और इनके सेवन से ब्लड ग्लूकोस लेवल एकदम से नहीं बढ़ता.
– कम फाइबर होने की वजह से चावल खाने के बाद पेट भरा हुआ नहीं लगता, जबकि कम रोटी खाने से ही पेट भरा हुआ महसूस होता है और इससे वजन चावल के मुकाबले कम बढ़ता है.