जानिए कौन सी हैं वो चीजें, जिन्हें नवरात्रि के दिनों में नहीं खाना चाहिए
नवरात्रि के नौ दिन हिदू धर्म में बेहद पावन होते हैं। इन नौ दिनों में लोग मां दुर्गा की आराधना करने के साथ ही व्रत उपवास भी करते हैं
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। नवरात्रि के नौ दिन हिदू धर्म में बेहद पावन होते हैं। इन नौ दिनों में लोग मां दुर्गा की आराधना करने के साथ ही व्रत उपवास भी करते हैं। वहीं जो लोग व्रत पूरे नौ दिन नहीं कर पाते वो भी सात्विक भोजन और सात्विक दिनचर्या का पालन करते हैं। वहीं कुछ लोग इन दिनों में बॉडी को डिटॉक्स करते हैं। अगर आप व्रत रखते हैं तो कुछ खानपान की चीजों का इन नौ दिनों में खासतौर पर परहेज करना चाहिए। तो चलिए जानें कौन सी हैं वो चीजें, जिन्हें नवरात्रि के दिनों में नहीं खाना चाहिए।
अनाज
नवरात्रि के नौ दिनों में हो सके तो अनाज से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। इनमे गेंहू, चावल, सूजी, बेसन, मक्के का आटा. रागी, बाजरे का आटा शामिल है। व्रत में तो इन सभी चीजों का सेवन सख्त वर्जित है। ऐसे में इन नौ दिनों में अनाज का सेवन नहीं करना चाहिए।
सफेद नमक
भारतीय तीखा, चटपटा भोजन पसंद करते हैं। वहीं इनके भोजन में नमक की मात्रा भी ज्यादा होती है। नमक के रूप में समुद्री नमक का इस्तेमाल किया जाता है। जिसे सफेद नमक भी कहते हैं। लेकिन इन नौ दिनों में सफेद नमक की जगह पर सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। व्रत में सेंधा नमक खाना ही स्वीकार्य है। वहीं इस नमक में सोडियम की मात्रा भी काफी कम होती है। तो हाई ब्लड प्रेशर वालों के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसलिए नवरात्रि के नौ दिनों में उपवास के दौरान सेंधा नमक का ही सेवन करें।
सब्जियां
नवरात्रि में कुछ सब्जियां तो खाई जा सकती हैं। लेकिन कुछ सब्जियां वर्जित हैं। जैसे कि लहसुन और प्याज को नवरात्रि के नौ दिनों में पूरी तरह से वर्जित किया गया है। वहीं लोग लौकी, पालक, आलू और टमाटर जैसी सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। टमाटर को लोग इसलिए भोजन में शामिल कर लेते हैं क्योंकि इसे फल माना जाता है।
मसाले भी हैं वर्जित
नवरात्रि के व्रत में कुछ मसालों से भी परहेज किया जाता है। जिसमे हल्दी और गरम मसाला शामिल हैं। वहीं जीरा के पाउडर भी नवरात्रि के दिनों में खाने से परहेज करना चाहिए।
शराब और नॉन वेज
नवरात्रि के दौरान शराब, नॉन वेज और अंडे का सेवन करना पूरी तरह से वर्जित है। इसका सेवन पाप माना जाता है। वैसे इन सारी चीजों से दूरी बनाकर नौ दिनों में शरीर के विषाक्त पदार्थों को कम किया जा सकता है।