कब और कैसे हुई इमोजी की शुरुआत!
पहला इमोजी साल 1999 जापानी इंजीनियर शिगेटका कुरिता ने बनाया था, जो एक जापानी मोबाइल ऑपरेटर कंपनी में कार्यरत थे. उस समय उन्होंने मोबाइल के लिए 176 इमोजीabd बनाए थे. इमोजी एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिए आप अपनी भावनाओं का इजहार कुछ सेकेंड्स में कर सकते हैं. 'इमोजी' जापानी भाषा के शब्द इ (पिक्चर) और मोजी (पात्र) से मिलकर बना है. 2010 में यूनिकोड ने इमोजी को मंजूरी दी. 2014 में गुगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और ट्विटर ने अपने दर्शकों के मनोरंजन के लिए इमोजी के अपने सेट बनाए.
17 जुलाई 2014 में जेरेमी बुर्ज ने पहली बार विश्व इमोजी दिवस मनाया था. न्यूयार्क टाइम्स में छपी एक खबर के अनुसार इस दिवस विशेष पर लोग एक दूसरे से संवाद करने और बातचीत को रोचक बनाने के लिए विशेष किस्मों के इमोजी की मदद लेते थे. ज्यों-ज्यों स्मार्ट फोन में क्रांति आती गई, इसके इस्तेमाल में तेजी आती गई. आज इमोजी मोबाइल फोन पर चैट से लेकर, व्हाट्सऐप स्टेट्स, मैसेज, ट्वीट और फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे विभिन्न सोशल मीडिया के प्लेटफॉर्म्स का जरूरी हिस्सा बन चुका है.इमोजी दिवस से जुड़े कुछ रोचक तथ्य!* इमोजी ट्रैकर के अनुसार पिछले दिनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला इमोजी फेस विथ टियर्स ऑफ जॉय है.* वर्तमान में चैट या टेक्स्ट करते समय अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए लगभग 2666 किस्म के इमोजी का उपयोग कर सकते हैं.* वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ब्लॉग के अनुसार गत वर्ष सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर करीब 50 लाख से ज्यादा इमोजी का इस्तेमाल किया गया.* शुरू-शुरू में लोग केवल 95 इमोजी का इस्तेमाल करते थे, लेकिन साल 2021 के अंत तक इसकी संख्या करीब साढ़े तीन हजार के करीब पहुंच गई.* एक सर्वे में यह बात सामने आई थी कि भारत में लोग सबसे अधिक खुशी के आंसू और'ब्लोइंग अ किस' इमोजी का उपयोग करते हैं। जिस स्माइली फेस का आज सबसे अधिक इस्तेमाल होता है. उसे अमेरिका के हार्वी रोस बॉल ने बनाया था