जानिए नींबू के अधिक सेवन से हो सकती है यह 7 समस्याएं
आपने बचपन में यह कहावत जरूर सुनी होगी कि अति हर चीज की बुरी होती है। फि
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आपने बचपन में यह कहावत जरूर सुनी होगी कि अति हर चीज की बुरी होती है। फिर चाहे वो वेट लॉस से लेकर हेयर केयर करने वाला नींबू ही क्यों न हो। जी हां, आपने आज तक नींबू का सेवन करने के कई फायदे सुने होंगे लेकिन आज बात करेंगे जरूरत से जयादा नींबू का सेवन करने से होने वाले नुकसान के बारे में। आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा नींबू का सेवन करने से व्यक्ति को होते हैं कौन से 7 बड़े नुकसान।
नींबू के अधिक सेवन से हो सकती है यह 7 समस्याएं-
पेट खराब-
पेट के लिए वरदान माने जाने वाले नींबू का अगर जरूरत से ज्यादा सेवन कर लिया जाए तो ये फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने लगता है। दरअसल, पानी में बहुत अधिक नींबू निचोड़ने से गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (GIRD) और एसिड रिफ्लक्स (Acid Reflux) जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जीईआरडी और एसिड रिफ्लक्स नींबू जैसे एसिडिक खाद्य पदार्थों से शुरू होते हैं, और पाचन तंत्र में गड़बड़ी, घबराहट और उल्टी का कारण बन सकते हैं।
डीहाइड्रेशन-
एनर्जी के लिए जब हम अधिक नींबू पानी पीते हैं तो हमें बार-बार पेशाब आने की समस्या होने लगती है। जिसकी वजह से शरीर के डीहाइड्रेट होने का खतरा बढ़ जाता है।
दांतों के लिए नुकसानदेह-
अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार नींबू अत्यधिक एसिडिक होते हैं। इनका जरूरत से ज्यादा सेवन आपके दांतों के इनेमल को खराब कर सकता है। आपको नींबू पानी या ऐसी किसी भी चीज़ का सेवन करने के तुरंत बाद अपने दांतों को ब्रश करने से बचना चाहिए और तुरंत सादा पानी पीना चाहिए।
एसिडिटी की समस्या-
नींबू में एसिड की अधिक मात्रा होती है, इसका अधिक सेवन करते हैं तो शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, ऐसे में एसिडिटी की समस्या हो सकती है।
टॉन्सिल्स की समस्या-
अमेरिकन डेंटल एसोसिएशन के अनुसार, बहुत अधिक नींबू पानी पीने से आपके गले में घाव हो सकते हैं। इतना ही नहीं ज्यादा खट्टी चीजों या फलों का सेवन करने से गले में दर्द और टॉन्सिल्स की समस्या आ सकती हैं। इसलिए, सीमित मात्रा में ही इसका सेवन करें।
किडनी में स्टोन होने का खतरा-
नींबू में साइट्रिक एसिड के साथ-साथ ऑक्सलेट भी होता है, जिसके कारण यदि इसका अधिक सेवन करते हैं तो किडनी में स्टोन होने का खतरा भी हो जाता है।
माइग्रेन-
पिछले कुछ वर्षों में कुछ अध्ययनों ने माइग्रेन और खट्टे फलों के बीच एक संबंध की खोज की है। नींबू में टाइरामाइन अधिक होता है - एक प्राकृतिक मोनोमाइन जो अक्सर सिरदर्द से जुड़ा होता है। यह अन्य फलों की तुलना में नींबू में ज्यादा होता है