जानिए कैल्शियम की कमी के लक्षण
मांसपेशियों और जोड़ों में जकड़न, दांतों में दर्द, ड्राई स्किन, नाखून कमजोर होकर टूटने जैसी समस्याएं आजकल आम होती जा रहे है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मांसपेशियों और जोड़ों में जकड़न, दांतों में दर्द, ड्राई स्किन, नाखून कमजोर होकर टूटने जैसी समस्याएं आजकल आम होती जा रहे है. क्या आप जानते हैं कि ये लक्षण हमारे शरीर में कैल्शियम की कमी की ओर संकेत करते हैं. कैल्शियम हमारे शरीर के लिए सबसे ज़रूरी मिनरल्स में से एक है. इसकी कमी से व्यक्ति को कई बीमारियों का खतरा होता है. ये कई बार इतनी गंभीर हो सकती है कि इसकी वजह से जान भी जा सकती है. कैल्शियम की कमी से महिलाओं को पीएमएस के दौरान काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. कैल्शियम की कमी की इस स्थिति को कहा जाता है.
कैल्शियम की कमी
मेनोपॉज और लैक्टोस इनटोलरेंस कैल्शियम की कमी का कारण बन सकती है. महिलाओं और वेजिटेरियन लोगों में कैल्शियम की कमी होने की ज्यादा संभावना होती है. कैल्शियम की कमी को खाने पीने से ठीक किया जा सकता है. इस स्थिति में डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, चीज, पालक, बीन्स आदि का सेवन करना चाहिए.
कैल्शियम की कमी के लक्षण
मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार स्किन और बाल ड्राई हो जाते हैं. बाल झड़ना, नाखून टूटना या स्किन एलर्जी होना भी आम हो जाता है.
कैल्शियम की कमी से हाथ, पैर और चेहरे के आसपास मांसपेशियों में जकड़न या दर्द महसूस होता है.
हड्डियां कमज़ोर हो जाती हैं, जिससे फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही बॉडी पोस्चर भी खराब हो जाता है.
दांत कमज़ोर हो जाते हैं और उम्र से पहले टूटने भी लगते हैं.
ऐसे में मूड खराब रहता है और शरीर थकान भी जल्दी महसूस करने लगता है. सोने में भी समस्या होती है जिससे डिप्रेशन भी हो सकता है.
हड्डियां कैल्शियम से बनती हैं और उसकी कमी जोड़ों के दर्द का भी कारण बनती है और हल्की चोट पर टूट सकती है.
महिलाओं में पीरियड्स से पहले पेट दर्द आम है, लेकिन कैल्शियम की कमी पीएमएस को बढ़ा सकती है.