हल्दी वाले दूध के कई फायदे हैं और यह किसी से छिपा नहीं है। सालों से भारतीय घरों में हल्दी वाले दूध का सेवन होता आ रहा है। यह पारंपरिक भारतीय पेय पदार्थ गोल्डन मिल्क के नाम से भी जाना जाता है, जो अपने स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण पश्चिमी देशों में भी तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
अपने आहार में हल्दी को शामिल करने का सबसे आसान तरीका है हल्दी वाला दूध पीना। यह हेल्थ टॉनिक दूध में हल्दी मिलाकर बनाया जाता है। हल्दी के एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं और आपको स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। हल्दी वाला दूध सांस की समस्याओं, लीवर की समस्याओं, सूजन और पाचन समस्याओं में भी मदद कर सकता है। लेकिन इसे पीने कुछ दुष्प्रभाव भी हैं।
यह हैं हल्दी वाले दूध के दुष्प्रभाव-
गुर्दे की पथरी को बढ़ा सकता है
हल्दी में 2% ऑक्सालेट होता है। उच्च मात्रा में लेने से यह अतिसंवेदनशील व्यक्तियों में गुर्दे की पथरी पैदा कर सकता है या बढ़ा सकता है। इसलिए, अगर आपको किडनी की समस्या है तो कृपया इसके इस्तेमाल से बचें।
आयरन की कमी का कारण बन सकता है
अतिरिक्त हल्दी आयरन के अवशोषण में बाधा डाल सकती है। इससे उन लोगों में आयरन की कमी हो सकती है जो पर्याप्त आयरन का सेवन नहीं करते हैं।
रक्त शर्करा के स्तर को बहुत कम कर सकता है
इस संबंध में प्रत्यक्ष शोध का अभाव है। लेकिन साक्ष्य बताते हैं कि यदि हल्दी वाले दूध को एंटीडायबिटिक दवा के साथ लिया जाए तो यह ब्लड शुगर लेवल को बहुत कम कर सकता है। यदि आप मधुमेह से जूझ रहे हैं, तो कृपया हल्दी वाले दूध का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से जांच कराएं।