जामुन की गुठली का सेवन का तरीका
जामुन की गुठली के छिलके को निकालकर, इसके हरे भाग का कच्चा सेवन किया जा सकता है। इसके अलावा इसे भूनकर, चटनी बनाकर, जूस बनाकर और जामुन की गुठली को सुखाकर पाउडर के रूप में पानी के साथ सेवा किया जा सकता है।
जामुन की गुठली के फायदे ( Jamun ki Guthli ke fayde )
मासिक धर्म में होने वाली परेशानियों को कम करने के लिए जामुन की गुठली के पाउडर का सेवन फायदेमंद होता है। जामुन की गुठली में जिंक पाया जाता है, जो मासिक धर्म के दौरान होने वाली पेट दर्द, ऐंठन और अतिरिक्त रक्तस्राव को कम करने में मदद करता है। इसलिए मासिक धर्म के दौरान जामुन की गुठली के पाउडर का सेवन लाभदायक हो सकता है।
पाचन स्वास्थ्य के लिए जामुन की गुठली का सेवन फायदेमंद होता है। जामुन की गुठली में फाइबर की भरपूर मात्रा पायी जाती है। फाइबर पाचन स्वास्थ्य के लिए प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है। जो पाचन में सुधार कर, पाचन तंत्र को मजबूत बनाए रखने में सहायक होता है। इसके अलावा यह कब्ज जैसी अन्य पेट की समस्याओं को भी दूर करने में मदद करता है।
मधुमेह रोग से पीड़ित रोगियों के लिए भी जामुन की गुठली का सेवन लाभदायक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जामुन की गुठली में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं। जो रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम कर, मधुमेह से बचाव करने में सहायक होते है। इसके अलावा यह टाइप 2 मधुमेह रोगियों के रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को कम करने के साथ मधुमेह से जुड़े जोखिम को भी कम करने में सहायक होते हैं।
घाव को ठीक करने के लिए जामुन की गुठली का उपयोग फायदेमंद होता है। जामुन की गुठली को सुखाकर पीस लें, इस पाउडर में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को घाव वाले स्थान में लगाने से, घाव में होने वाला दर्द को कम किया जा सकता है।
हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए जामुन की गुठली का सेवन लाभदायक हो सकता है। जामुन की गुठली में कैल्शियम पाया जाता है। कैल्शियम हड्डी स्वास्थ्य के लिए प्रमुख घटक के रूप में कार्य करता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाये रखने के साथ उनके विकास में भी सहायक होता है। इसके अलावा यह हड्डी से जुड़े रोगों से भी बचाव करता है।