जानिए एक सर्वे में हुआ खुलासा, कुछ लोग नहीं समझते कोरोना वैक्सीन को जरुरी
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इसकी वैक्सीन को लेकर हर दिन अच्छी खबरें सामने आ रही हैं.
जनता से रिश्ता बेवङेस्क| कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इसकी वैक्सीन को लेकर हर दिन अच्छी खबरें सामने आ रही हैं. ब्रिटेन, अमेरिका, रूस, चीन समेत कई देशों में इमरजेंसी अप्रूवल के बाद कोरोना टीकाकरण शुरू हो चुका है. इन देशों में प्राथमिकता के आधार पर लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. भारत में भी कुछ वैक्सीन कैंडिडेट्स को जल्द ही इमरजेंसी अप्रूवल दिया जा सकता है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के मुताबिक, अगले महीने यानी नए साल के जनवरी में वैक्सीन का पहला शॉट दिए जाने की उम्मीद है. हालांकि यहां भी प्राथमिकता के आधार पर लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाएगी. इसमें स्वास्थ्यकर्मी, पुलिसकर्मी, अन्य फ्रंटलाइन वर्कर्स के अलावा गंभीर रोग वाले लोग शामिल हैं.
वायरस के बदलते स्ट्रेन और वैक्सीन के प्रभाव को लेकर लोगों के बीच कई बातों को लेकर संशय भी है. हालांकि केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि वैक्सीन लेनी है या नहीं, यह लोगों की इच्छा पर निर्भर है. देश के नागरिकों पर टीकाकरण जबरन नहीं थोपा जाएगा. कई देशों में लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा भी रहे हैं.
क्या सभी लोग वैक्सीन लगवाना चाहेंगे?
भारत में भी ऐसी बातें सामने आई हैं. यह बड़ा सवाल है कि क्या सभी लोग वैक्सीन लगवाना चाहेंगे? इस सवाल को लेकर कई देशों में सर्वे हो रहे हैं. भारतीय लोगों पर हुए सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि लोग वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के आसपास स्थानीय इलाकों को लेकर हुए एक सर्वे में यह बात सामने आई है. इसके पीछे दो प्रमुख वजहें निकल कर सामने आई है. पहली वजह ये कि सितंबर के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में काफी कमी आई है. दूसरी वजह वैक्सीन के प्रभाव को लेकर चिंता बताई जा रही है.
69 फीसदी लोगों का मानना कि टीकाकरण जरूरी नहीं
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सर्वे में 18 हजार लोगों को शामिल किया गया था. इनमें से 12,420 यानी करीब 69 फीसदी लोगों का मानना है कि फिलहाल टीकाकरण की कोई खास जरूरत नहीं है. बता दें कि पिछले दिनों अमेरिका में भी एक ऐसा ही सर्वे हुआ है. सर्वे में लोगों से जब पूछा गया था कि क्या वो वैक्सीन लगवाएंगे, तो 50 फीसदी लोगों ने 'नहीं' में जवाब दिया था.
यानी करीब आधी आबादी नहीं चाहती कि वे वैक्सीन लगवाएं. अमेरिका में यह सर्वे वहां की वर्जिनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी की ओर से युवाओं पर किया गया था. बता दें कि अमेरिका में हाल ही में टीकाकरण शुरू हुआ है. प्राथमिकता के आधार पर वहां लोगों को फाइजर की वैक्सीन दी जा रही है.
वैक्सीन के कुछ साइड इफेक्ट भी देखने को मिले हैं. पिछले दिनों अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) ने निर्देश दिया था कि एलर्जी की समस्या वाले लोगों को फिलहाल वैक्सीन के प्रति सावधान रहने की जरूरत है. विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन का थोड़ा बहुत साइड इफेक्ट होना सामान्य है.