कई प्रकार के होते हैं ब्लड समूह
एबीओ सिस्टम के आधार पर कई तरह के ब्लड ग्रुप होते हैं जैसे ए पॉजिटिव, ए नेगेटिव, ओ पजिटिव, ओ नेगेटिव, बी पॉजिटिव, बी नेगेटिव, एबी नेगेटिव, एबी पॉजिटिव. ए एंटिजेन होने पर ब्लड ए होता है, बी एंटीजेन होने पर ब्लड बी होता है. एबी ब्लड ग्रुप में दोनों ही ए, बी एंटीजेंस होते हैं, वहीं ओ ब्लड ग्रुप में ए या बी एंटीजेंस नहीं मौजूद होते हैं.
क्या होता है रेयर ब्लड ग्रुप
टीओआईकी खबर के अनुसार, बी-नेगेटिव के अलावा, एबी नेगेटिव (AB-Negative) और एबी पॉजिटिव (AB-Positive) बेहद रेयर ब्लड ग्रुप होते हैं, जो जल्दी उपलब्ध नहीं होते हैं. ऐसे में जिनका भी ये ब्लड ग्रुप हो, उन्हें जरूर समय-समय पर रक्त दान करके दूसरों की जान बचाने में मदद करनी चाहिए. आरएच नल (RH null) भी बहुत रेयर ब्लड ग्रुप होता है. ब्लड ग्रुप जेनेटिकली निर्धारित होते हैं. बच्चों को उनके पेरेंट्स से ब्लड ग्रुप प्राप्त होता है. ब्लड में एंटीजन होते हैं, जो लाल रक्त कोशिकाओं की सतह पर स्थित होते हैं. ब्लड ग्रुप निर्धारित करने के लिए एबीओ सिस्टम और आरएच फैक्टर को ध्यान में रखा जाता है. एबीओ प्रणाली ए, बी एंटीजन की उपस्थिति या अनुपस्थिति के साथ रक्त समूह की पुष्टि करती है.
ब्लड ग्रुप जो होते हैं बेहद रेयर
जिनका ब्लड ग्रुप आरएच नल होता है, वे दुनिया के सबसे अधिक दुर्लभ रक्त समूह वाले होते हैं. इसे गोल्डन ब्लड ग्रुप कहते हैं. इसमें लाल रक्त कोशिकाओं पर Rh एंटीजन नहीं होते हैं. ऐसा कहा जाता है कि दुनिया भर में 50 से भी कम लोगों का यह ब्लड ग्रुप है. ए नेगेटिव ब्लड ग्रुप वालों की संख्या भी काफी कम है. एबी नेगेटिव भी दूसरा सबसे रेयर ब्लड ग्रुप होता है. यूके की एक रिपोर्ट के अनुसार, सिर्फ 1 प्रतिशत लोगों का ही ये ब्लड ग्रुप होता है. इसमें सिर्फ एंटीजेंस होता है, एंटीबॉडीज नहीं, इसलिए यह एक यूनिक ब्लड ग्रुप है.
बी नेगेटिव रेयर ब्लड ग्रुप में दुनिया भर में तीसरे नंबर पर आता है. बी नेगेटिव वाले बी और एबी ब्लड ग्रुप्स को अपना रक्तदान कर सकते हैं. एबी पॉजिटिव ब्लड ग्रुप वाले किसी भी ब्लड ग्रुप वाले व्यक्ति से खून ले सकते हैं.