जानें डायलिसिस से जुड़े कुछ मिथ्स और उनके फैक्ट्स…

किडनी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर हमें हेल्दी रखती है. लेकिन समय बीतने के साथ या किन्हीं अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते किडनी खराब हो जाती हैं

Update: 2022-06-24 08:43 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किडनी हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर हमें हेल्दी रखती है. लेकिन समय बीतने के साथ या किन्हीं अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते किडनी खराब हो जाती हैं. किडनी के खराब होने के पीछे खराब खानपान, उम्र का बढ़ना, खुद का ध्यान न रखना, दवाओं का अधिक सेवन या फिर प्रोटीन का ज्यादा इंटेक अहम कारण हो सकते हैं. इसे एक तरह से क्रोनिक किडनी डिजीज के रूप में जाना जाता है. किडनी ( Kidney ) के डैमेज होने या सिकुड़ जाने पर ट्रांसप्लांट भी करवाया जा सकता है, लेकिन वह महंगा होने के साथ-साथ बहुत मुश्किल भी होता है. वैसे किडनी के खराब हो जाने पर पीड़ित व्यक्ति को कुछ समय बाद डायलिसिस ( Dialysis ) के लिए जाना पड़ता है. ये एक मेडिकल ट्रीटमेंट है, जो किडनी का काम करता है.

ये सच है कि डायलिसिस करवाने वाले व्यक्ति को अपना ज्यादा ध्यान रखना चाहिए, लेकिन इस ट्रीटमेंट को लेकर कुछ मिथ्स भी लोगों के बीच मौजूद हैं. लोगों को लगता है कि डायलिसिस करवाने वाले व्यक्ति को ट्रैवल नहीं करना चाहिए, जबकि हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ऐसा मानना गलत होता है. जानें डायलिसिस से जुड़े कुछ मिथ्स और उनके फैक्ट्स…
मिथ: ये एक दर्दनाक प्रक्रिया होती है
फैक्ट: लोगों को लगता है कि डायलिसिस दर्द देने वाला ट्रीटमेंट है, जबकि हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये धारणा पूरी तरह से गलत है. हो सकता है कि नीडल लगाते समय थोड़ा दर्द हो, लेकिन डायलिसिस के दौरान दर्द नहीं होता.
मिथ: डायलिसिस करवाने वाला व्यक्ति ट्रैवल नहीं कर सकता
फैक्ट: लोगों के बीच ये धारण भी फैली हुई है कि डायलिसिस वाला व्यक्ति लंबे सफर पर नहीं जा सकता, जबकि ऐसा नहीं है. आप चाहे तो लंबी ट्रैवलिंग भी कर सकते हैं, बस आप जिस जगह जा रहे हैं, वहां डायलिसिस की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो.
मिथ: डायलिसिस के मरीज साधारण खाना नहीं खा सकते
फैक्ट: ये भी माना जाता है कि डायलिसिस वाला मरीज आम लोगों की तरह साधारण खाना नहीं खा सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस स्थिति में खानपान का खास ध्यान रखना चाहिए, लेकिन ऐसे मरीज भी साधारण भोजन को खा सकते हैं. हालांकि, उन्हें खानपान की चीजों में नमक, पोटेशियम और प्रोटीन की मात्रा कम ही रखनी चाहिए.
मिथ: डायलिसिस के मरीज फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर सकते
फैक्ट: ऐसा भी माना जाता है कि डायलिसिस वाला मरीज फिजिकल एक्टिविटी नहीं कर सकता, जबकि डॉक्टर्स उन्हें हेल्दी रहने के लिए एक्सरसाइज, वॉकिंग और व्यायाम करने की सलाह देते हैं
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