एक्सपर्ट से जानिए पैंटी और पैंटी लाइनर से जुड़ी कुछ जरूरी तथ्य
ये आपका सबसे निजी हिस्सा
ये आपका सबसे निजी हिस्सा (Private Part), उतना ही संवेदनशील है जितने आपके होंठ। मगर उससे कही ज्यादा उपेक्षित। इसके प्रति या तो आप पूरी तरह लापरवाह हो जाती हैं या फिर अपनी सहेलियों और बहनों से मिली सलाह पर भरोसा करने लगती हैं। सोशल मीडिया ने ट्रेंड फॉलो करने को और हवा दी है। जबकि कुछ चीजें जो ट्रैंड में हैं, जरूरी नहीं है कि सभी के लिए सही हों। ऐसा ही एक ट्रैंड है पैंटी लाइनर (Panty liners)। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
क्या है पैंटी लाइनर
पैंटी लाइनर (Panty liners) एक सेनिटरी पैड का बहुत पतला वर्जन है। जिसे अमूमन पैंटी को सूखा रखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कुछ लड़कियां कम फ्लो में भी इसे इस्तेमाल करती हैं। जबकि डॉक्टर वेजाइनल डिस्चार्ज ज्यादा होने पर प्राइवेट पार्ट को सूखा रखने के लिए इसके इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
कब पहनना चाहिए पैंटी लाइनर
डाक्टर की सलाह बिना पैंटी लाइनर का इस्तेमाल घातक इन्फेक्शन कर सकता है। पैंटी लाइनर्स पहनने की आवश्यकता हर महिला को नहीं होती। कुछ कंडीशंस में पैंटी लाइनर्स पहनने की सलाह डॉक्टर दे सकते हैं, लेकिन बिना चिकित्सीय सलाह के पैंटी लाइनर का इस्तेमाल घातक इन्फेक्शन कर सकता है।
अगर किसी को बहुत अधिक वेजाइनल डिस्चार्ज होता है, तो डॉक्टर को दिखाकर पैंटी लाइनर के इस्तेमाल की सलाह लें। अगर यह नॉर्मल डिस्चार्ज है, लेकिन बहुत ज्यादा है तो उस केस में पैंटी लाइनर्स इस्तेमाल किया जा सकता है। ताकि वेजाइनल एरिया सूखा रहे। ड्राईनेस नहीं रहने पर यानि नमी होने पर वहां गीलापन और खुजली (itching) का सामना करना पड़ सकता है।
ह्यूमिडिटी की वजह से आपको इंफेक्शन भी हो सकता है। अगर डॉक्टर की जांच में सामने आता है कि इंफेक्शन की वजह से डिस्चार्ज ज्यादा है, तो लापरवाही न करें और सही इलाज करवाएं।
–स्पोटिंग कुछ महिलाओं में मिड साइकल ब्लीडिंग या स्पोटिंग हो सकती है। यानी ओव्युलेशन के वक्त हल्की ब्लीडिंग हो रही है तो वे कुछ दिन के लिए पैड की जगह पैंटी लाइनर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
प्यूबर्टी की शुरुआत में कुछ लड़कियों को और कुछ महिलाओं को मेनोपॉज से पहले पीरियड की शुरुआत से पहले या बाद के दो-तीन दिन तक स्पॉटिंग होती है। तो वो तब पैड की जगह पैंटी लाइनर्स पहन सकती हैं।
साइकलिंग सपोर्ट या जिम में वर्क आउट से अत्यधिक पसीने की संभावना रहती है। जिससे फंगल इन्फ़ैकशन की संभवना बढ़ जाती है। अत: आप उस दौरान भी पैंटी लाइनर पहन सकती हैं। लेकिन यह जरूरी है कि वर्कआउट के तुरंत बाद आपको पैंटी बदल लेनी चाहिए
एक अमेरिकी राष्ट्रव्यापी सर्वेक्षण में, 25 प्रतिशत महिलाओं ने खुलासा किया कि उनका मूड "अनाकर्षक" या खराब फिटिंग वाले अंडरवियर से प्रभावित था। उन्होंने यह भी पाया कि लगभग आधी महिलाओं ने (47 प्रतिशत) अंडरवियर की एक विशेष जोड़ी पहनकर कामुक या अधिक आत्मविश्वास महसूस किया।
यह भी ध्यान रखें
1 फैब्रिक
बोर्ड-प्रमाणित ओबी-गाइनी डॉ एलिस केली जोन्स कहते हैं, "योनि आपके चेहरे पर होठों के समान एक बहुत ही संवेदनशील और नाजुक क्षेत्र है। इसकी देखभाल भी चेहरे जैसी होनी चाहिए। चूंकि योनि स्राव होना स्वस्थ है, अत: यहां भी मुंह की नमी के समान नमी होती है। क्योंकि यह स्थान ढका रहता है इसलिए इसे ज्यादा देखभाल की जरूरत है।
2 कॉटन है बेस्ट
इस स्थल की त्वचा हेतु सबसे सरल, कोमल कपड़ा है कॉटन। यह सांस लेने योग्य और शोषक भी होता है। कॉटन के अंडरवियर नमी सोखकर खमीर संक्रमण को रोकने में मदद कर सकते हैं।नायलॉन और स्पैन्डेक्स जैसी सिंथेटिक सामग्री क्षेत्र को हवा से वंचित करती हैं। जिसके कारण वे गर्मी और नमी को रोकते हैं, जिससे खमीर संक्रमण के लिए एक आदर्श प्रजनन स्थल बन जाता है।
3 कब और कितनी बार बदलनी है पैंटी
आम स्वस्थ महिला पूरा दिन एक ही पैंटी पहन कर रह सकती है। लेकिन मोटापे से ग्रस्त , या अधिक पसीने वाली काम काजी महिलाएं यथा धूप , गर्मी या अधिक योनि स्राव वाली महिलाओं को दिन भर में एक से अधिक बार पैंटी बदलने की आवश्यकता हो सकती है। यह उनके प्राइवेट पार्ट में मौजूद नमी पर निर्भर करता है।
4 क्या रात को पहननी चाहिए
सबसे अच्छी सलाह यही है कि रात में अंडरवियर न पहने जाएं। जिससे आपके निजी अंगों में हवा आराम से हा सके। इससे उन्हें सांस लेने में आसानी होती है।
5 साफ अंडरवियर में भी हो सकते हैं बैक्टीरिया
आपको पढ़कर शॉक लग सकता है, लेकिन यह सच है। आपके साफ अंडरवियर में भी बैक्टीरिया हो सकते हैं। गुड हाउसकीपिंग इंस्टीट्यूट के मुताबिक, साफ अंडरवियर में भी 10,000 तक जीवित बैक्टीरिया हो सकते हैं। यही नहीं कभी-कभी बहुत कम मात्रा में मल के कण भी इनमें पाये गए हैं
इसलिए यह जरूरी है कि दूसरों के अंडरगारमेंट्स भूलकर भी न पहनें। न ही अपने अंडर गारमेंट्स दूसरों के कपडों के साथ धोएं।
यहां हैं वेजाइनल एरिया हाईजीन मेंटेन करने के तरीके
वजाइनल एरिया को ड्राई रखें।
कॉटन पैंटी का इस्तेमाल करें, गीला होने पर उसे तुरंत बदलें।
वेजाइन के बाहरी हिस्से को रोज़ नहाते वक्त साबुन और पानी से साफ करें। अंदर के हिस्से को
साफ करने की ज़रूरत नहीं है। वेजाइना खुद को साफ कर लेती है।
यूरीन के बाद उस हिस्से को पानी से साफ करें और फिर टिशू पेपर या फिर कॉटन के रुमाल से
आगे से पीछे की आरे पोंछें। इससे एरिया ज्यादा समय तक ड्राई रहेगा।
वेजाइनल वॉश या क्रीम आदि डॉक्टर से सलाह लिए बिना इस्तेमाल न करें।