खर्राटे की समस्या से निजात पाने के लिए जाने कुछ आयुर्वेदिक टिप्स

Update: 2023-02-22 13:58 GMT

बता दें कि दुनियाभर में 25-30 प्रतिशत लोग खर्राटे (Snoring) की समस्या से ग्रसित है, जिसमें से 5 में से 1 युवा हैं. यानी देश का हर चौथा व्यक्ति इस समस्या से पीड़ित हैं. कई लोग इस समस्या को मजाक में लेते हैं. लेकिन, यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है. एक व्यक्ति के खर्राटे की वजह से जितनी परेशानी दूसरों को होती है, उससे कहीं ज्यादा परेशानी पीड़ित को होती है. दरअसल खर्राटे आने का मतलब है कि आप नाक के भीतर किसी विकार से पीड़ित हैं. क्योंकि, नाक के साथ सिर, मुंह, दांत, कान और आंख सभी अंग जुड़े होते हैं. इसलिए खर्राटे आना सिर्फ नाक की समस्या नहीं है, यह इन अंगों से जुड़ी समस्या का भी संकेत हो सकते हैं.

खर्राटे की समस्या से निजात पाने के लिए कुछ आयुर्वेदिक (Home Remedies for Snoring) उपायों को अपनाया जा सकता है. आइए जानते हैं इन आसान आयुर्वेदिक नुस्खों के बारे में.
नाक में डालें घाय का घी
गाय के घी की 2 बूंदों को सुबह या रात में नथुने में डालने से अच्छी नींद आती है, साथ ही सिरदर्द, तनाव, माइग्रेन आदि के कारण से राहत मिलती है. इसके अलावा आपकी प्रतिरक्षा में भी सुधार होता है और एलर्जी कम होती है. इतना ही नहीं इससे याददाश्त और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है. यह प्रक्रिया आपको 21 दिन से 3 महीनों तक करना है.
अणु तेल
अगर आप गाय के घी का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं, तो इसकी जगह पर अणु तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. यह एक ऐसा आयुर्वेदिक तेल है जिसे आप नस्य थेरेपी के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन ऐसा करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
नस्य थेरेपी से दूर होंगे ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर की समस्या
नस्य ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर में भी बहुत कारगर साबित होता है. इसके अलावा नस्य थेरेपी से ऑटो इम्यून थायरॉयड, रुमेटीइड आर्थराइटिस, मल्टीपल स्केलेरोसिस जैसी रोगों से भी बचाव किया जा सकता है.
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