जनता से रिश्ता वेबडेस्क। चॉकलेट में शुगर की मात्रा अधिक होती है। इसके लिए मोटापे और मधुमेह के मरीज चॉकलेट खाने से परहेज करते हैं। हालांकि, जब बात डार्क चॉकलेट आती है, तो यह चॉकलेट सेहत के लिए फायदेमंद साबित होती है। डार्क चॉकलेट के सेवन से तनाव दूर होता है। इसमें कोको प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए डार्क चॉकलेट खाने की सलाह देते हैं। इसमें ग्लूकोज और दूध कम मात्रा में होता है। इसके लिए डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं। अगर आप भी बढ़ते वजन से परेशान हैं, तो डार्क चॉकलेट का सेवन जरूर करें। आइए, डार्क चॉकलेट के अन्य फायदे जानते हैं-
डार्क चॉकलेट के सेवन से क्रेविंग यानी बार-बार खाने की आदत से छुटकारा मिलता है। जानकारों की मानें तो घ्रेलिन हार्मोन की वजह से भूख बहुत लगती है। डार्क चॉकलेट घ्रेलिन हार्मोन के अत्यधिक उत्पादन को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती है।
डार्क चॉकलेट में Flavanols पाया जाता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है। इससे फैट भी कम होता है। इसका संतुलित मात्रा में सेवन करना सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है।
अत्यधिक तनाव लेने से वजन बढ़ने लगता है। तनाव लेने से कोर्टिसोल के स्तर में इजाफा होता है। इस वजह से भूख में वृद्धि होती है। इस तनाव का सामना करने के लिए लोग अत्यधिक खाना खाने लगते हैं। डार्क चॉकलेट के सेवन से दिमाग में सेरोटोनिन और एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज होता है। इससे तनाव में बहुत जल्द आराम मिलता है।
लंबे समय तक शरीर में सूजन रहने से कैंसर, मधुमेह समेत हृदय की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही मेटाबॉलिज़्म के कार्य में बाधा भी पैदा करती है। डार्क चॉकलेट में Flavanols और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं, जो सूजन कम करने में मददगार साबित होते हैं।
न्यूज़ क्रेडिट: navyugsandesh