जानें किन बीमारियों में पपीता खाने से फायदा नहीं बल्कि नुकसान,नहीं खाना चाहिए पपीता

कुछ ऐसी बीमारियां हैं,जिनमें नहीं खाना चाहिए पपीता

Update: 2022-02-24 02:01 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पपीता एक ऐसा फल है, जो सालों भर आपको मार्केट में आसानी से मिल जाएगा. पेट के लिए इस फल (Papaya) को बेस्ट माना गया है. इसमें कई ऐसे न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं, जो शरीर की कई जरूरतों को पूरा करते हैं. ऊर्जा, फैट, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, जिंक, मैंगनीज, कॉपर, सेलेनियम, विटामिन ए, बी, सी, बी6, ई, फोलेट थायमिम, बीटा कैरोटिन, नियासिन आदि से भरपूर होता है पपीता. यह ना सिर्फ पाचन शक्ति को दुरुस्त (Papaya Benefits) रखता है, बल्कि वजन घटाने से लेकर हार्ट डिजीज, डायबिटीज, कैंसर, हाई ब्लड प्रेशर जैसी गंभीर समस्याओं को होने से भी रोकता है. पपीता खाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बूस्ट कर सकते हैं. वैसे, पपीता का सेवन कुछ लोगों को कम ही करना चाहिए. कुछ ऐसी बीमारियां हैं, जिनमें पपीता खाने से फायदा नहीं बल्कि नुकसान (Side Effects of Papaya) पहुंच सकता है.

किन बीमारियों में नहीं खाना चाहिए पपीता
गर्भवती महिलाओं को पपीते के अधिक सेवन से बचना चाहिए. इसमें लेटेक्स, पपैन नामक तत्व होते हैं, जो यूटरस को संकुचित कर सकते हैं. उन लोगों को भी इसका सेवन बहुत कम करना चाहिए, जिन्हें किडनी रोग, लिवर की समस्या, त्वचा से संबंधित कोई बीमारी, हाइपोथायरॉएडिज्म, किसी तरह की एलर्जी, किडनी में स्टोन है. पपीते में विटामिन सी होता है और इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकता है. चूंकि, इसमें फाइबर और लैक्सेटिव अधिक होता है, ऐसे में डायरिया और ब्लोटिंग की समस्या में इसे खाने से बचें.
पपीते (Papita ke nuksan) में मौजूद फेनोलिक कम्पाउंड्स (बीटा कैरोटिन) से कुछ साइड एफेक्ट्स भी हो सकते हैं. जिन लोगों की हार्ट बीट अनियमित रहती है, उन्हें भी पपीता नहीं खाना चाहिए. यदि आपको हाइपोग्लाइसीमिया यानी लो ब्लड शुगर की समस्या है, तो पपीता खाना बंद कर दें. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें एंटी-हाइपोग्लाइसेमिक या ग्लूकोज को कम करने वाले तत्व होते हैं, जो शरीर में शुगर लेवल को और भी ज्यादा कम कर सकते हैं. डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर लेवल होने पर पपीता खाना सही होता है.
पपीता अधिक खाने के नुकसान
पपीते में मौजूद लेटेक्स में पपैन नाम का तत्व भोजन नली को नुकसान पहुंचा सकता है.
लेटेक्स को स्किन पर लगाने से जलन और एलर्जी की समस्या हो सकती है.
महिलाएं यदि प्रेग्नेंसी के शुरुआती महीने में पपीता अधिक खाएं, तो गर्भ में पल रहे भ्रूण में जन्म दोष का कारण बन सकता है.
यदि आप अधिक मात्रा में पपीता खाते हैं, तो थायरॉइड की समस्या भी हो सकती है.
यदि आपकी सर्जरी हुई है, तो पपीता ना खाएं, इससे ब्लड में शुगर लेवल कम हो सकता है.
पपीता खाकर तुरंत पानी पीने से पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती हैं.


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